'मिल्कीपुर में उपचुनाव के लिए छाती पीटने वाले डर गए', बाबा गोरखनाथ बोले- अवधेश प्रसाद ने वकीलों की फौज भेज दी
punjabkesari.in Friday, Oct 18, 2024 - 01:47 PM (IST)
यूपी उपचुनाव: प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है, लेकिन अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर मतदान होने का रास्ता साफ नहीं दिखाई दे रहा है। क्योंकि याचिका लगाने वाले बीजेपी के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ हाईकोर्ट में याचिका वापस लेने गए थे। उन्होंने बताया कि जैसे हमारे केस का नंबर आया अधिवक्ता बहस के लिए गए तभी सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने एक दर्जन वकील भेज दिए।
'सपा डर गई है, चुनाव कराना नहीं चाहती'
भाजपा से पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ ने यह भी बताया कि जब आज हम अपना मुकदमा वापस लेने गए तो जवाब में एक दर्जन वकील भेज दिए। इससे दिखता है कि समाजवादी पार्टी चुनाव को लेट कराना चाहती है और वह काफी डर गई है। नहीं तो हमारे उच्च पदाधिकारियों ने उसी डेट पर चुनाव कराने की बात कह दी थी। जो बात बड़ी-बड़ी करते थे, अब वहीं चुनाव टलवाने की बात कर रहे हैं।
मिल्कीपुर उपचुनाव: गोरखनाथ बाबा का सपा सांसद पर बड़ा आरोप,सपा नहीं चाहती चुनाव हो
— Punjab Kesari-UP/UK (@UPkesari) October 18, 2024
याचिका वापस लेने के विरोध में खड़े कर दिए एक दर्जन वकील
कोर्ट में याचिका वापस न लेने का बना रहे थे दबाव
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ही नही चाहते मिल्कीपुर चुनाव #Milkipurbyelection @MlaGorakhnath pic.twitter.com/OCDWuQCkeR
मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की जरूरत
गौरतलब है कि 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में सपा के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद से भाजपा के प्रत्याशी बाबा गोरखनाथ हार गए थे। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद ने फैजाबाद लोकसभा सीट से जीत दर्ज की, जिसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। इससे मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी।
नोटरी को अवैध करार दिया गया
बता दें कि बाबा गोरखनाथ ने 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद हाई कोर्ट में याचिका दायर किया था। उन्होंने सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद द्वारा नामांकन में जमा की गई नोटरी को अवैध करार देते हुए कोर्ट से स्थगन आदेश (स्टे) की मांग की थी। कोर्ट ने स्टे तो नहीं दिया, लेकिन मामले को सुनवाई योग्य माना। इस वजह से उपचुनाव की 10 में से 9 सीटों के लिए तारीखों का ऐलान हुआ, पर मिल्कीपुर विधानसभा के लिए नहीं।