बाबा साहेब के नाम पर सियासत! मायावती बोलीं- बाबा साहेब के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंक रही बीजेपी कांग्रेस
punjabkesari.in Wednesday, Dec 18, 2024 - 04:45 PM (IST)
लखनऊ: संविधान पर संसद में चल रही बहस के दौरान डॉ बीआर आंबेडकर को लेकर गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर सियासत गरमा गई है। इसे लेकर कांग्रेस, समेत समूचा विपक्ष भाजपा पर हमलावर है इसी कड़ी में बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। मायावती ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस और भाजपा के लोगों को बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की बजाय, उनका पूरा आदर एवं सम्मान करना चाहिये।
राजनीतिक रोटी सेंकने की बजाय, उनका सम्मान करना चाहिये
मायावती ने बुधवार को ‘एक्स' पर कहा, ‘‘कांग्रेस और भाजपा एवं कम्पनी के लोगों को बाबा साहेब की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की बजाय, उनका पूरा आदर एवं सम्मान करना चाहिये। इन पार्टियों के लिए इनके जो भी भगवान हैं, उनसे पार्टी (बसपा) को कोई ऐतराज नहीं है।'' उन्होंने कहा कि दलितों एवं अन्य उपेक्षितों के लिए एकमात्र भगवान केवल बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर हैं, जिनकी वजह से इन वर्गों को सात जन्मों तक का स्वर्ग मिल गया था, जब संविधान में उन्हें कानूनी अधिकार दिये गये थे।
कांग्रेस और भाजपा दलित विरोधी- मायावती
मायावती ने कहा कि अतः कांग्रेस और भाजपा आदि पार्टियों का दलित एवं अन्य उपेक्षितों के प्रति प्रेम विशुद्ध छलावा है। इनसे इन वर्गों का सही हित व कल्याण असंभव है। उन्होंने कहा, ‘‘इन दलों के कार्य दिखावटी ज्यादा और जनहितैषी कम। बहुजन समाज व इनके महान संतों, गुरुओं तथा महापुरुषों को समुचित आदर-सम्मान बसपा सरकार में ही मिल पाया। हालांकि डॉ बीआर आंबेडकर की टिप्पणी को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर तंज कसा है। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कल संसद में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस द्वारा किए गए बाबा साहब के घोर अपमान के संदर्भ में कांग्रेस व उनके नेताओं को तथ्य और तर्कों के माध्यम से स्पष्ट आईना दिखाया था। दलित और आंबेडकर विरोधी कांग्रेस का सच सामने आने पर बौखलाए कांग्रेसियों ने झूठा नैरेटिव (विमर्श) गढ़ने का प्रयास किया है!'
भीमराव आंबेडकर के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंक रही कांग्रेस
' उन्होंने कहा, ‘‘बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के जीवित रहते हुए कांग्रेस ने उनका घोर अपमान किया, आज कांग्रेस वोटबैंक की राजनीति के लिए उनके नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंक रही है!'' नड्डा की यह टिप्पणी कांग्रेस के उस आरोप के मद्देनजर आई है, जिसमें कहा गया है कि शाह ने राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा' विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया। मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश भी जारी किया जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं कि , ‘‘अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।''
कांग्रेस आंबेडकर विरोधी है
नड्डा ने कहा कि देश की जनता जानती है कि ‘कुंठित कांग्रेसी' आरंभ से ही आंबेडकर विरोधी रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘बाबा साहब को भारत रत्न नहीं दिया जाना, सेंट्रल हॉल (संसद के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष) में उनका चित्र न लगाया जाना, स्मृति भवनों को सहेजने का प्रयास नहीं किया जाना, तत्कालीन कांग्रेस सरकार की ओर से देश की राजधानी दिल्ली में उन्हें जगह तक नहीं देना इत्यादि अनेक उदाहरण हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘अपनी इस ओछी मानसिकता को छिपाने की कोशिश में लगी कांग्रेस का ये कुत्सित प्रयास कभी सफल नहीं होगा।