घोसी उपचुनाव में मिली प्रचंड जीत से I.N.D.I.A गठबंधन में बढ़ेगी सपा की धमक
punjabkesari.in Saturday, Sep 09, 2023 - 05:32 PM (IST)

लखनऊः घोसी विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल कर समाजवादी पार्टी ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को तो करारा झटका दिया ही है, साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन (इंडिया) का प्रदेश में नेतृत्व करने के कांग्रेस के मंसूबे पर भी पानी फेर दिया। उपचुनाव में जीत से अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के यूपी में नेतृत्व करने के लिए सपा का दावा अब और भी पुख्ता हुआ है। इसके अलावा पूर्वांचल में अपनी राजनीतिक ताकत का दंभ भरने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के मुखिया ओमप्रकाश राजभर को भी घोसी की जनता ने आइना दिखा दिया है। घोसी में भाजपा को मिली हार के बाद सुभासपा नेता ओपी राजभर की प्रतिष्ठा को भी अवश्य चोट लगी है। वे अब लोस चुनाव 2024 में भाजपा हाईकमान पर उप्र से मनमाफिक सीट पाने का दबाव नहीं बना सकेंगे।
भाजपा ने उतार रखी थी पूरी मंत्रियों की फौज
भाजपा ने एक तरफ जहां मंत्रियों की पूरी फौज ही घोसी में उतार रखी थी वहीं सपा की तरफ से पांच चुनिंदा नेताओं ने इस सियासती युद्ध में सभी सत्तासीन दिग्गजों को पटखनी दे डाली। सपा की ओर से प्रो. राम गोपाल यादव, शिवपाल यादव, स्वामी प्रसाद मौर्य, डिंपल यादव और खुद अखिलेश यादव ने भाजपाई फौज को सफल नही होने दिया। बहरहाल, इस विजय से जहां यह साबित हुआ कि चुनावी रणनीति बनाने में शिवपाल यादव का आज भी पार्टी के भीतर कोई तोड़ नहीं है।
सपा प्रत्याशी की जीत तय हो जाने के साथ पार्टी मुख्यालय पर लगे समाजवादी पार्टी जिंदाबाद के नारे-
घोसी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह की भाजपा प्रत्याशी के मुकाबले बढ़त की ख़बरें जैसे ही आनी शुरू हुई पार्टी के प्रदेश कार्यालय, लखनऊ में कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ जुटने लगी। शुक्रवार को सपा प्रत्याशी की जीत तय हो जाने के साथ ही पार्टी मुख्यालय समाजवादी पार्टी जिंदाबाद, अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे से गूंज उठा।
यह भाजपा की उल्टी गिनती की शुरूआतः अखिलेश
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने घोसी उपचुनाव में जीत को लोकतंत्र की भी विजय बताया है। शुक्रवार को जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में सपा और इंडिया गठबंधन की जीत ने भाजपा का घमंड तोड़ने के साथ सन् 2024 के लोकसभा चुनाव के परिणाम का भी संकेत दे दिया है। यह भाजपा की उल्टी गिनती की शुरूआत है।