सपा कार्यकर्ता ने करणी सेना के खिलाफ कराई FIR दर्ज, चाकू से हमला करने का लगाया आरोप
punjabkesari.in Monday, Apr 14, 2025 - 11:10 AM (IST)

वाराणसी: समाजवादी पार्टी (सपा) के एक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है कि करणी सेना के सदस्यों ने उसके घर के बाहर उस पर हमला किया। पुलिस इस मामले में दोनों पक्षों की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि इस मामले में कोई भी व्यक्ति करणी सेना से सम्बंधित नहीं है।
सपा कार्यकर्ता ने लगाया ये आरोप
सपा कार्यकर्ता हरीश मिश्रा ने आरोप लगाया है कि शनिवार दोपहर वह अपने घर के बाहर आशा महाविद्यालय के मोड़ पर खड़े थे, तभी उन पर कुछ लोगों ने अचानक चाकू से हमला कर दिया गया। शोर सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और उन्हें हमलावरों से बचाया। उन्होंने दोनों हमलावरों को पकड़ लिया और उनकी जमकर पिटाई की। मौके से पकड़े गए दो आरोपियों में से एक अविनाश मिश्रा ने कहा, ‘‘मेरा किसी राजनीतिक दल या करणी सेना से कोई संबंध नहीं है। मैं मां करणी का पुजारी हूं। हरीश मिश्रा ने कुछ दिन पहले मां करणी के खिलाफ गलत बयान दिया था।''
पुलिस ने किया मामला दर्ज
वाराणसी के अपर पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) सरवन टी ने बताया कि सिगरा थाने के अंतर्गत शनिवार को दो पक्षों में मारपीट की घटना हुई थी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामले में घटना स्थल से तीन लोगों को हिरासत में लिया है। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से प्राप्त शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और इनमें से किसी का भी करणी सेना से संबंध नहीं है।
समाजवादी पार्टी के जुझारू और प्रखर वक्ता व ‘बनारस वाले मिश्रा जी’ के नाम से लोकप्रिय हरीश मिश्रा पर चाकू से किया गया क़ातिलाना हमला बेहद निंदनीय है। उनके रक्तरंजित वस्त्र उप्र में ध्वस्त हो चुकी क़ानून-व्यवस्था की निशानी है। सपा का हर कार्यकर्ता ऐसे हमलों को झेलने की शक्ति रखता… pic.twitter.com/E8XCX7BtQg
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 12, 2025
अखिलेश यादव ने किया पोस्ट
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में खून से सने कपड़े में दिख रहे मिश्रा की एक तस्वीर साझा की है। यादव ने शनिवार शाम को अपने पोस्ट में कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी के प्रखर एवं आक्रामक वक्ता हरीश मिश्रा, जिन्हें ‘बनारस वाले मिश्रा जी' के नाम से जाना जाता है, पर चाकू से जानलेवा हमला अत्यंत निंदनीय है। उनके खून से सने कपड़े उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था के पतन की निशानी हैं। सपा के हर कार्यकर्ता में ऐसे हमलों को झेलने की ताकत है।'' सपा प्रमुख ने कहा, “देखते हैं कि उप्र की तथाकथित सरकार के निष्क्रिय महकमे में इस घटना के बाद कोई हलचल होती है या नहीं।''