Varanasi Ropeway Project: UP के मुख्य सचिव का अधिकारियों को निर्देश- वाराणसी में कैण्ट से गोदौलिया तक रोप-वे का काम इसी माह शुरू करें

punjabkesari.in Sunday, Jul 03, 2022 - 08:37 PM (IST)

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने वाराणसी में कैण्ट से गोदौलिया तक बनने वाले रोप-वे के निर्माण कार्य को 14 जुलाई के आसपास भूमि पूजन कर शुरू कराये जाने का निर्देश दिया है।मिश्रा ने रविवार को अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि काशी, पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं का शहर है। रोप-वे कार्य यहां के लिए महत्वाकांक्षी योजना है। इसे शीघ्र शुरू कराकर निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कराया जाए। उन्होंने इसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिये जाने की जरूरत पर भी जोर दिया।      

मिश्र सर्किट हाउस सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान कमिश्नरी कार्यालय परिसर स्थित भूखंड पर 346.27 करोड़ की लागत से शिव के डमरू के आकार का बनने वाले मंडलीय कार्यालय भवन परियोजना का प्रेजेंटेशन देते हुए कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि निर्माणकार्य पूरी तरह पीपीपी पैटर्न पर होगा। इस भवन के दो टावर होंगे। एक टावर कार्यदायी संस्था को 30 वर्षों के लीज पर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए दो-तीन बार टेंडर हो चुके हैं, लेकिन अब तक कोई भी कार्यदायी संस्था इसके लिए आगे नहीं आयी है। उन्होंने बताया कि कार्यदायी संस्थाओं की मांग है कि एक टावर जो 30 वर्ष के लिए लीज पर दिया जाना है, उसकी समयावधि काफी कम है, उसे 90 वर्षों के लिए तथा दोनों टावर के नीचे का हिस्सा व्यवसायिक गतिविधियों के लिए उपलब्ध कराए जाएं।       

मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि भारत सरकार के मान्यता प्राप्त आकिर्टेक्ट संगठन से संपकर् कर भवन के एस्टीमेट का पुनर्मूल्यांकन कराया जाये। साथ ही उन्होंने इसे स्माटर् व ग्रीन बिल्डिंग बनाए जाने पर जोर दिया। उस पार रेती पर बनने वाली ‘टेंट सिटी' के संबंध में कमिश्नर ने बताया कि पर्यटकों की संख्या अन्य जगहों पर भले ही घटी हो, लेकिन काशी में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। टेंट सिटी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।       

उन्होंने बताया कि यह टेंट सिटी अक्टूबर से फरवरी तक रहेगी। मुख्य सचिव ने प्रयागराज के कुंभ को दुनिया का सबसे बड़ा टेंट सिटी बताते हुए कहां कि जिलाधिकारी इलाहाबाद के साथ इस संबंध में बैठक कर इसके संबंध में जानकारी एवं जरूरत पड़ने वाले अनापत्ति प्रमाण पत्रों आदि के संबंध में जानकारी ले ली जाये। मुख्य सचिव ने टेंट सिटी को फरवरी की जगह मई तक क्रियाशील रखे जाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि सामान्यत: वर्षा ऋतु 15 जून के बाद से शुरू होती है, इसलिए इसे फरवरी की जगह मई तक क्रियाशील रखा जा सकता है।       

मिश्र ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को प्रत्येक दशा में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। निर्माण परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर सुरक्षा मानकों को हर हालत में अपनाते हुए पूरा करायें। बैठक में डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान, प्रमुख सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण और आयुक्त अग्रवाल सहित अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।


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Content Writer

Mamta Yadav

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