रामचरित मानस पर Swami Prasad Maurya के बयान से उठा सियासी तूफान, चुनावी माहौल में SP के लिए खड़ी हुई मुश्किलें

punjabkesari.in Tuesday, Jan 24, 2023 - 08:37 AM (IST)

कहते हैं न कि जब समय खराब हो तो हाथी पर बैठे इंसान को भी कुत्ता काट लेता है...वहीं हाल हुआ है स्वामी प्रसाद मौर्य का...रामचरित मानस पर बिहार से उठे सियासी बवंडर को मौर्य ने उत्तर प्रदेश में ला पटका...और पटका भी ऐसा की अब स्वामी प्रसाद मौर्य और उनकी पार्टी समाजवादी से भी नहीं संभाला जा रहा है...दरअसल पुराने बासपाई स्वामी प्रसाद ने रामचरित मानस को बकवास बताते हुऐ कहा कि मैं रामचरित मानस को ग्रंथ नहीं मानता.. क्यों की यह जातियों धर्मों में बटीं हुई है...यह बयान स्वामी ने एक चैनल से बात करते समय दिया था.... बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री का मुद्दा तो गर्माया हुआ ही है...कि स्वामी ने रामचरित मानस पर दिए अपने बयान से और आग लगा दिया...चुनाव का माहौल शुरु हो गया है... और भाजपा को तो जैसे मौका चाहिए था...भाजपा ने तुरंत ही स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लपक लिया...यूपी भाजपा अध्यक्ष से लेकर तमाम नेता स्वामी प्रसाद और उनकी पार्टी समाजवादी पर टूट पड़े..आपको सुनाते हैं कि भाजपा की तरफ से क्या कुछ कहा गया है।

अब यह बयान या तो मुंह से निकल गया था... या स्वामी प्रसाद ने जानबूझ कर दिया था...ये तो वहीं जाने लेकिन विवाद बढ़ा तो स्वामी प्रसाद मौर्य खुद सामने आए कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं...उन्होंने जो कुछ कहा वो सब सही है।

स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयान पर अड़े हुए हैं...पीछे हटने को तैयार नहीं है....लेकिन उनके विरोधी उनके पीछे लाठी लेकर पड़ गए हैं...भाजपा नेता अपर्णा यादव ने स्वामी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने तो रामचरित मानस पढ़ा ही नहीं है...अगर पढ़ा होता तो ऐसा नहीं कहते.... वहीं बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य को आड़े हाथों लिया। लेकिन बयान मुंह से निकल चुका था.. तो भला क्या करते... पार्टी के नेता भी बयान सुनकर माथा पकड़ लिए... बचाव करे, की विरोध समझ नहीं पा रहे थे... लेकिन अंत में जो सपा के नेताओं ने रामचरितमानस को लेकर कहा वो भी सुनिए।

अब सूत्रों की मानें तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से खासे नाराज हैं... अब बताया जा रहा है कि कल यानी मंगलवार को इस पर बयान जारी करेंगे... वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से साधु संतों ने भी नाराजगी जाहीर की है... लेकिन स्वामी जो ठहरे आज भी अपने बयान पर कायम है... बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य पहले बसपा, बीजेपी से रास्ता तय करते हुए इस वक्त सपा में पहुंचे है... अब देखना होगा पार्टी क्या कुछ मामले में कार्रवाई करती है... या फिर यूं ही सिर्फ फटकार लगाकर उन्हे छोड़ दिया जाता है... वहीं ये भी देखना होगा कि उनका ये बयान आने वाले 2024 के चुनाव में कितना नुकसान पार्टी को  देता है।


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Content Editor

Anil Kapoor

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