वर्ष 2013 के मुकाबले 2025 के महाकुंभ का क्षेत्र दोगुने से अधिक: सीएम योगी

punjabkesari.in Monday, Oct 07, 2024 - 08:24 AM (IST)

Prayagraj News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2013 के कुंभ की तुलना में 2025 में प्रयागराज में आयोजित होने वाले कुंभ मेले का क्षेत्रफल दोगुने से अधिक रहेगा। यहां ‘इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर' में प्रदेश के शीर्ष अधिकारियों के साथ कुंभ की तैयारियों की समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 के कुंभ की तैयारी युद्ध स्तर पर आगे बढ़ चुकी हैं और 15 दिसंबर तक कुंभ के समस्त निर्माण कार्य पूर्ण कर लिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा, “5,600 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं से प्रयागराज को भव्य और सुंदर बनाना है। महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 7000 से ज्यादा शटल बसें और इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी।

सुरक्षा के लिए की जा रही बेहतरीन तैयारियांः योगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सुरक्षा के लिए बेहतरीन तैयारियां की जा रही हैं, जिसमें कृत्रिम मेधा (एआई) से लैस ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। कुंभ मेले की तैयारियों के कार्य में देरी का कारण नदी के बढ़े हुए जल स्तर को बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “जब कुंभ का आयोजन होता है उस समय संगम में जल का स्तर लगभग 10,000 क्यूसेक होता है। आज सुबह हमने देखा कि जल स्तर 1.25 लाख से ढाई लाख क्यूसेक है। जल स्तर घटने में अभी 10-12 दिन लग सकते हैं। हमारा लक्ष्य है कि महाकुंभ के दौरान छह महत्वपूर्ण स्नान को छोड़कर सामान्य दिनों में श्रद्धालुओं को एक किलोमीटर से ज्यादा पैदल यात्रा ना करनी पड़े।” उन्होंने कहा कि कुंभ से पहले जल निकासी प्रणाली व सीवेज प्रणाली को व्यवस्थित कर लिया जाएगा।

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प्रयागराज में ‘होमस्टे' की संभावना पर दिया जोर
सीएम ने अधिकारियों को फाफामऊ में गंगा नदी पर बन रहे स्टील ब्रिज को दिसंबर के पहले सप्ताह तक तैयार करने का निर्देश दिया। यह पुल लखनऊ, बाराबंकी और अयोध्या से प्रयागराज तक के आगमन को सुलभ बनाएगा। मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को हवाई अड्डे से मेला क्षेत्र तक वीवीआईपी गलियारा बनाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री का भीड़ प्रबंधन, अग्निशमन सेवा, हेल्प डेस्क, पार्किंग और सीसीटीवी पर जोर रहा। सूचना अधिकारी ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री ने स्थानीय अधिकारियों और कुंभ मेला प्रशासन से अखाड़ों, आचार्यों व संतों से भी मार्गदर्शन लेते रहने को कहा। साथ ही उन्होंने प्रयागराज में ‘होमस्टे' की संभावना को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सके।


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Content Editor

Pooja Gill

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