दुनिया को उसी की भाषा में समझानी होगी पंचगव्य की प्रमाणिकताः मोहन भागवत
punjabkesari.in Wednesday, Nov 29, 2023 - 08:23 PM (IST)

मथुरा: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि गाय का संबंध सभी प्रकार की उन्नतियों से है। भारत के उत्थान के संग-संग गोमाता भी एक आगे कदम बढ़ाकर चल रही है। गाय हमारी नहीं विश्व की माता है। सदियों से जीवन के अनुभव में हमने निरंतर गौ सेवा को प्रत्यक्ष रूप में पाया है। जहां श्रद्धा और विश्वास की कमी आई है। अब जमाना आ गया है, सब प्रमाण मांगते है। हमको दुनिया की उसकी ही भाषा में गौ माता के पंचगव्य को समझाना होगा।
हम सबसे प्राचीन कहलाते हैं और...
दीनदयाल गो विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र गो ग्राम परखम में 200 करोड़ की लागत से बना है। इसके लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख डा. मोहन भागवत ने कहा कि हम सबसे प्राचीन कहलाते हैं और आधुनिक बनते हैं। भारत हमेशा भारत रहता है। पर्यावरण हमारा पालन करता है, तभी हम पेड़ों के जीवन से कृतत्व और बुद्धि की भी सीख लेते है। उसका उपयोग कर उसके दाम दोगुना कर वापस करते हैं। यही भाव है।
अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति की उन्नति होने पर ही भारत की उन्नति होगी
आज हमारी आत्मा, शरीर, मन और बुद्धि गंदी हो गई है। उसको स्वच्छ करना है। पंडित दीनदयाल धाम आने के अपने पिछले अनुभव को बताते हुए संघ प्रमुख ने अंत्योदय का भी महत्व समझाया और कहा अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति की उन्नति होने पर ही भारत की उन्नति होगी। उन्होंने गो सेवा को ही इसका उपाय बताया और कहा अब जमाना आ गया है, उसको इसके प्रमाण चाहिए है। जहां श्रद्धा की कमी हो गई हो और विश्वास में भी कमी हो आई हो।
हम विश्व को एक कुटुम्ब मानते हैं
संघ प्रमुख ने कहा कि हम विश्व को एक कुटुम्ब मानते हैं, उसे बताना होगा कि हम गाय से विषमुक्त खेती कर सकते हैं। गाय के दूध में तेजस्विता हैं। इसलिए यहां पंचगवय पर अनुसंधान और आयुर्वेद से उपचार करने के लिए हमको बिना थके हारे चलना है। अच्छे कार्यों की परीक्षा ऐसे ही होती। हमको अमृत चाहिए, अमृत मिलने तक मंथन होता रहना चाहिए। जो निश्चित किया, वह संकल्प पूरा होगा।