विदेश में सात फेरे, लेकिन कार नहीं मिली तो प्यार भी छीन लिया... जर्मनी से लौटी बहू को ससुराल में नहीं मिली एंट्री

punjabkesari.in Saturday, Apr 12, 2025 - 01:07 PM (IST)

Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां एक युवती के सपनों का घर उस वक्त टूट गया, जब दहेज की मांग ने रिश्तों को खरीद-फरोख्त की चीज बना दिया। बालाजीपुरम निवासी शिवांगी की शादी 31 जनवरी 2020 को प्रतापनगर के निवासी शशांक गोयल से हुई थी, जो जर्मनी की एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं। शादी में मायके वालों ने लगभग 40 लाख रुपए खर्च किए, लेकिन फिर भी ससुराल पक्ष संतुष्ट नहीं हुआ।

विदेश यात्रा से पहले भी दहेज की मांग
मिली जानकारी के मुताबिक, शादी के बाद लगातार लग्जरी कार (क्रेटा) की मांग की जाती रही। मायके पक्ष ने बेटी को विदेश भेजने के लिए ना केवल वीजा बनवाया, बल्कि चंडीगढ़ की A-1 परीक्षा की फीस सहित करीब 1.20 लाख रुपए और खर्च किए। शशांक पत्नी को जर्मनी ले तो गए, लेकिन वहां पर भी दूरी बनाए रखी। दिनभर ऑफिस में रहने के बाद, देर रात लौटते और बातचीत से भी कतराते।

अकेले भेज दिया भारत, कोई लेने तक नहीं आया
24 नवंबर 2024 को शशांक ने कहा कि वह भारत में रहकर नौकरी करेंगे, लेकिन पत्नी को अकेले फ्लाइट में बैठाकर दिल्ली भेज दिया। जब वह दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची, तो कोई लेने नहीं आया। पिता और भाई को फोन किया गया। ससुर से संपर्क करने पर जवाब मिला "जब तक लग्जरी कार नहीं लाओगी, घर में एंट्री नहीं मिलेगी।

ससुराल में नहीं मिली एंट्री, गालियां देकर भगाया
शिवांगी जब भाई के साथ ससुराल पहुंची तो वहां उसे गाली-गलौज कर घर से भगा दिया गया। एक अप्रैल 2025 को जब स्वजन के साथ दोबारा गई, तब भी ससुर रवींद्र अग्रवाल ने घर में घुसने नहीं दिया। इतना ही नहीं, पति ने फोन कर कहा कि अब वह जर्मनी की नागरिकता लेने वाला है, और कुछ नहीं बिगाड़ सकते।

पुलिस कार्रवाई शुरू
शिकायत के बाद थाना जगदीशपुरा में पति शशांक गोयल, सास सुनीता और ससुर रवींद्र अग्रवाल के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया गया है। एसीपी मयंक तिवारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है, और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।


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Content Editor

Anil Kapoor

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