फ्रीजर में बेटे का शव देखकर बिलख पड़े पिता, बोले- कुछ घंटे पहले ही... स्कूल में छात्र की हत्या से हड़कंप, आरोपी ने थरमस में छुपाकर लाया था हथियार
punjabkesari.in Tuesday, Aug 19, 2025 - 11:59 PM (IST)

Ghazipur News: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में स्थित एक स्कूल में सोमवार सुबह छात्रों के बीच मामूली विवाद ने जानलेवा रूप ले लिया। 9वीं कक्षा के छात्र ने 10वीं के छात्र आदित्य वर्मा पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर उसकी मौके पर ही हत्या कर दी। इस हमले में तीन अन्य छात्र घायल हो गए हैं, जिनमें आरोपी छात्र स्वयं भी शामिल है।
झगड़े के बाद बाथरूम के पास हमला
जानकारी के अनुसार, स्कूल में दो छात्रों के बीच पहले से कहासुनी चल रही थी। घटना के दिन पहले क्लास के बाहर कहासुनी और मारपीट हुई, लेकिन जब आदित्य बाथरूम की ओर गया, तभी आरोपी छात्र ने चाकू निकालकर उस पर हमला कर दिया। आदित्य पर करीब पांच बार चाकू से वार किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
थरमस में छिपाकर लाया चाकू
चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी छात्र चाकू को थरमस में छिपाकर स्कूल लाया था। स्कूल प्रबंधन के मुताबिक, आरोपी पहले भी झगड़ालू और मनबढ़ व्यवहार के लिए चर्चित था। 14 और 15 अगस्त को भी उसने झगड़ा किया था, लेकिन स्कूल प्रशासन की लापरवाही के कारण कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया।
पिता ने फ्रीजर में देखा बेटे का शव, रोते हुए बोले– "मुझे यकीन नहीं होता"
जब मृतक छात्र आदित्य वर्मा के पिता शिवजी वर्मा को बेटे की मौत की सूचना मिली, तो उन्होंने अस्पताल पहुंचकर मोर्चरी में फ्रीजर से बेटे का शव देखा। बेटे को देखकर वह बदहवासी की हालत में रोने लगे और बार-बार उसके चेहरे को छूकर देखने लगे। वह कहते रहे, "कुछ घंटे पहले ही तो स्कूल भेजा था, कैसे चला गया..."
आरोपी छात्र को बाल सुधार गृह भेजा गया
अपर पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र प्रसाद ने बताया कि नामजद दो आरोपियों को किशोर न्याय बोर्ड (Juvenile Court) में पेश करने के बाद बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। मृतक और आरोपी दोनों नाबालिग हैं, इसलिए मामले की जांच किशोर न्याय अधिनियम के तहत की जा रही है।
स्कूल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
घटना के बाद स्कूल प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। कई छात्रों का कहना है कि आरोपी आए दिन झगड़े करता था, लेकिन स्कूल ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की। अब परिजन और स्थानीय लोग प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं।