बाबूजी के दिल में प्रकट होती थी किसान, पिछड़े और शोषितों के कल्याण की आग
punjabkesari.in Monday, Aug 23, 2021 - 06:15 PM (IST)
भोपाल/लखनऊः उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता रहे कल्याण सिंह का शनिवार को एसजीपीजीआई में ईलाज के दौरान निधन हो गया। राम मंदिर निर्माण के नायकों में से एक सिंह के निधन की खबर से राजनीतिक जगत के साथ ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी। चौहान ने कहा कल्याण सिंह जी व्यक्ति नहीं थे, एक संस्था थे। बचपन से उनके दिल में, दिमाग में गरीब किसान, पिछड़े और शोषितों के कल्याण की आग प्रकट होती थी और वो केवल उनके नेतृत्व में नहीं, उनकी कविताओं में भी प्रकट होती थी।
उन्होंने कहा कि कल्याण जी ने देश के किसानों के लिए पहली बार अधिकार पत्र बनाया था और एक तरह से क्रांति का शंखनाद किया था। ‘सामान्य परिवार में जन्म लेकर बाबूजी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक का सफर तय किया। अयोध्या में भगवान श्री रामचंद्र की भूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण हो ये उनका संकल्प था और ये संकल्प उनके बिना पूरा नहीं हो सकता था इसलिए जब शिलान्यास हो रहा था, उन्होंने बड़े संतोष के भाव से कहा था कि आज मेरे जीवन का लक्ष्य पूरा हो गया।
सीएम शिवराज ने आगे कहा कि कल्याण सिंह जी सक्रिय राजनीति से कुछ दिनों दूर रहने के बावजूद भी वे कितने लोकप्रिय थे, ये यहां माजूद जनता की भीड़ बता रही है। मैं अपनी और मप्र की साढ़े आठ करोड़ की जनता की ओर से उनके चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं। प्रभु दिवंगत आत्मा को शांति दे, ये प्रार्थना है। उनके नाम के आधार पर योजना शुरू करने का विचार किया जाएगा।