कोर्ट ने स्वामी कैलाशानंद गिरी की हत्या की साजिश रचने वाले को भेजा जेल, अलग-अलग नाम के आधार कार्ड बरामद

punjabkesari.in Monday, Dec 26, 2022 - 06:12 PM (IST)

प्रयागराज: पंचायती निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी की हत्या की साजिश रचने के आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। 2 दिनों तक नैनी थाने में आरोपी योगेंद्र शर्मा से पुलिस टीम ने लगातार पूछताछ की, पूछताछ के दरमियान गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से दो अलग-अलग नाम के आधार कार्ड और हाईस्कूल के सर्टिफिकेट पाए गए हैं। गिरफ्तार आरोपी योगेंद्र शर्मा मूलता बागपत का रहने वाला है। 
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आरोपी से पूछताछ में हुअ सनसनीखेज खुलासे
आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद महाराज की हत्या की साजिश को लेकर आरोपी के बारे में हुए सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस टीम और जांच एजेंसियों के भी होश उड़ गए हैं। गिरफ्तार अभियुक्त के पास मिले फर्जी और कूट रचित दस्तावेजों से अभियुक्त की गतिविधियां भी बेहद संदिग्ध हो जाती हैं। ऐसे में पुलिस ने पूरे मामले को लेकर बेहद गहनता से जांच पड़ताल करी है। पुलिस की शुरुआती जांच पड़ताल में पता चला है कि वह अखाड़ों और साधु संतो से बेहद प्रभावित रहा है। पुलिस के मुताबिक शुरुआती जांच पड़ताल में अभी तक जो बाते सामने आईं हैं उसमे जालसाजी और धोखाधड़ी ही आरोपी का मुख्य उद्देश्य था। बाकी अन्य पहलुओं को लेकर भी गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है।
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बागपत निवासी है आरोपी योगेंद्र शर्मा
ता दें कि 24 दिसंबर को बागपत निवासी योगेंद्र शर्मा प्रयागराज स्थित परी अखाड़े की प्रमुख त्रिकाल भवंता के आश्रम पहुंचा था। इसके पहले उनसे फोन पर कई बार बातचीत की थी। प्रयागराज के अरैल स्थित आश्रम पहुंचने पर आरोपी ने त्रिकाल भवंता से अखाड़े की मान्यता दिलाने को लेकर बातचीत की, इसी दौरान आरोपी योगेंद्र शर्मा ने स्वामी कैलाशानंद महाराज की हत्या को लेकर भी परी अखाड़े की प्रमुख त्रिकाल भवंता से मदद मांगी। आरोपी ने त्रिकाल भवंता को बताया कि 1 जनवरी को आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द महराज के हरिद्वार आश्रम में बड़ा आयोजन है। देशभर के तमाम साधु संत इसमें शामिल होंगे। इसी दिन उनकी हत्या भोजन में जहर देकर की जा सकती है। इसके लिए वह उन्हें पैसों की मदद करें। 
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स्वामी कैलाशानंद गिरी की हत्या के लिए मांगी थी मदद
आरोपी की बातों को सुनने के बाद त्रिकाल भवंता ने पूरे मामले की नैनी थाने में सूचना दी। सूचना पर पहुंची नैनी पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमों ने आरोपी को हिरासत में लेकर दो दिनों तक लगातार पूछताछ कर उसकी मंशा को जानने का प्रयास किया। जिसके बाद रविवार की देर शाम आरोपी के खिलाफ को त्रिकाल भवंता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। त्रिकाल भवंता की तरफ से दी गई तहरीर में बताया गया है कि आरोपी ने उनसे श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी की हत्या में मदद मांगी। साथ ही आचार्य कैलाशानंद गिरी पर नौकरी के नाम पर 20 लाख रुपए रुपए लेने का भी आरोप लगाया था। 
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दो बड़े संतों की संदिग्ध परिस्थितियों में पहले भी मौत हो चुकी है
पुलिस फिलहाल सभी पहलुओं को लेकर गंभीरता से जांच पड़ताल में जुटी हुई है। डीसीपी जमुना नगर सौरभ दीक्षित ने बताया कि आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है। सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच पड़ताल की जा रही है।  दरअसल पूरा प्रकरण इसलिए भी बेहद गंभीर हो जाता है। क्योंकि निरंजनी अखाड़े के दो बड़े संतों की संदिग्ध परिस्थितियों में पहले भी मौत हो चुकी है। वही आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज की हत्या की साजिश रचने की खबर मिलते ही साधु संतों में भी आक्रोश फैल गया और पुलिस महकमे में भी पूरे मामले को लेकर हड़कंप मच गया। 

पुलिस टीम पूरे मामले में आगे भी जांच पड़ताल में जुटी 
आनन-फानन में पुलिस की तरफ से स्पेशल टीमें गठित कर पूरे मामले की जांच पड़ताल कराई गई। फिलहाल अभी तक की जानकारी में आरोपी के खिलाफ हत्या की साजिश को लेकर कोई ठोस साक्ष्य सामने नहीं आएं है। लेकिन आरोपी युवक की गतिविधियां बेहद संदिग्ध है। ऐसे में पुलिस टीम पूरे मामले में आगे भी जांच पड़ताल में जुटी हुई है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि आगे की जांच पड़ताल में जो बातें और सबूत सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।


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Imran

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