Air India Plane Crash में बड़ा खुलासा : क्या ''इंजन फेलियर'' थी ढाई सौ से ज्यादा मौतों की वजह, हादसे की नई रिपोर्ट ने उड़ाए सबके होश, जानें चौंकाने वाला सच

punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 04:24 PM (IST)

UP Desk : अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे को लेकर 20 दिन बाद सामने आई रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया है। शुरुआती जांच और सिमुलेशन से ये साफ होता जा रहा है कि हादसे की जड़ में डुअल इंजन फेलियर और क्रिटिकल सिस्टम फेलियर छिपा था। टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए थे। जिससे फ्लाइट ने हवा में ही कंट्रोल खो दिया था और कुछ ही पलों में यह दिल दहला देने वाला हादसा हो गया था। 

सूत्रों के मुताबिक, पायलटों ने फ्लाइट सिम्युलेटर में हादसे के समय के हालातों को दोहराया। इस दौरान उन्होंने लैंडिंग गियर को बाहर निकाला रखा और विंग फ्लैप्स को वापस खींचा, ताकि देखा जा सके कि इससे विमान पर क्या असर होता है। लेकिन टेस्टिंग में ये बात साफ हुई कि सिर्फ इन्हीं कारणों से हादसा नहीं हुआ हो सकता।

फ्लैप्स की स्थिति और लैंडिंग गियर का सुराग
क्रैश साइट से मिले बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के मलबे की जांच में यह पाया गया कि फ्लैप्स पूरी तरह से एक्सटेंडेड थे, यानी वे वापस नहीं खींचे गए थे। जबकि, यह तब जरूरी होता है जब विमान टेकऑफ या लैंडिंग कर रहा हो। इसके साथ ही, लैंडिंग गियर आंशिक रूप से बाहर था, और इसके दरवाज़े बंद थे—जिससे संकेत मिलता है कि हाइड्रोलिक या इलेक्ट्रिकल सिस्टम फेल हो गया होगा।

क्या ब्लैक बॉक्स से मिलेगा जवाब?
विमान के ब्लैक बॉक्स की डाटा एनालिसिस फिलहाल दिल्ली स्थित AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) की लैब में हो रही है। इसी से यह साफ हो पाएगा कि टेकऑफ के ठीक बाद क्या-क्या घटनाएं घटीं और प्लेन के सिस्टम में क्या गड़बड़ी हुई।

एअर इंडिया की प्रतिक्रिया
वहीं, एअर इंडिया ने इन अटकलों पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "ये केवल कयास हैं, हम इस वक्त कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।" जांच एजेंसियों की रिपोर्ट और ब्लैक बॉक्स डेटा के आधार पर यह तय होगा कि हादसा केवल तकनीकी खामी का नतीजा था या इसके पीछे किसी और बड़ी चूक या साजिश का एंगल भी शामिल है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Purnima Singh

Related News

static