एक दिन का विशेष सत्र: सदन में न बोलने वाले विधायकों की तोड़ी जाएगी चुप्पी, 100 से अधिक MLA की लिस्ट तैयार

punjabkesari.in Tuesday, Oct 04, 2022 - 11:58 AM (IST)

लखनऊ: महिला विधायकों के लिए एक दिन का विशेष सत्र आयोजित कर इतिहास रचने वाले यूपी विधानमंडल में एक और नई पहल होने जा रही है। ऐसे विधायक जिन्होंने 18वीं विधानसभा के बजट सत्र से लेकर मानसून सत्र तक चुप्पी साधे रखा, उनकी चुप्पी तोड़ने के लिए विधानसभा में एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा।
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विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने ऐसे सभी विधायकों का ब्योरा मांगा है जो दोनों सत्रों में एक बार भी अपनी बात नहीं रख सके हैं। ऐसे विधायकों के लिए शीतकालीन सत्र में एक विशेष सत्र रखा जाएगा। विधानसभा के सूत्रों के मुताबिक सत्ता पक्ष व विपक्ष के 100 से अधिक ऐसे विधायक हैं जिन्हें सदन में या तो बोलने का अवसर नहीं मिला या उन्होंने प्रयास ही नहीं किया। महाना का कहना है कि ऐसे विधायकों को अवसर देने के लिए ही नई पहल की जा रही है।

5 दिन का चला था मानसून सत्र
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में 5 दिन का मानसून सत्र चला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की पहल से एक दिन विधानसभा सत्र का महिलाओं के लिए रखा गया था जिसमें महिला विधायक व मंत्री अपनी बात रखेंगे, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष की महिला विधायक अपनी बात रखने में पीछे रहा गई। बता दें कि 18वीं विधानसभा में 47 महिला विधायक है। इनमें से भाजपा की 29 अपना दल एस की 3, सपा की 14 और कांग्रेस की एक विधायक है। लेकिन 19 सितंबर से 23 सितंबर तक मानसून सत्र चलने के दौरान कई ऐसे विधायक है, जिनको बोलने का मौका नहीं मिला। 
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सवाल पूछने में पिंकी यादव रहीं आगे
 सवाल पूछने में असमौली से सपा विधायक पिंकी यादव सबसे आगे रही। उन्होंने 2 तारांकित और 4 अतारांकित सवाल पूछे। इसके साथ ही मछलीशहर की सपा विधायक डॉ रागनी सोनकर को भी बोलते हुए देखा गया। वहीं मलिहाबाद से भाजपा विधायक जया देवी कहती है कि जानकारी के अभाव के कारण कुछ महिलाए सवाल पूछने में पीछे रहा जाती है। 


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Imran

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