ट्रिपल मर्डर केस: आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस बनी मजदूर,12 साल बाद मास्टरमाइंड को जिंदा पकड़ा
punjabkesari.in Wednesday, Oct 15, 2025 - 02:47 PM (IST)
आगरा: तिहरे हत्याकांड के फरार आरोपी करीम उर्फ बुंदा को पुलिस ने 12 साल बाद चतुराई से गिरफ्तार कर लिया। उस पर ₹50 हजार का इनाम घोषित था। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने खुद को मजदूर बनाकर जाल बिछाया और उसे सिकंदरा क्षेत्र के सुनारी गांव से धर दबोचा। अपर पुलिस आयुक्त राम बदन सिंह के निर्देश पर करीम की तलाश में कई जिलों की पुलिस टीमों को लगाया गया था। वह लंबे समय से फरार चल रहा था और अपनी पहचान छिपाने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहा था।
फरारी के दौरान बन गया ‘अब्दुल करीम’
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने फरारी के दौरान अपना नाम बदलकर अब्दुल करीम रख लिया था और पिता के नाम के आगे भी “अब्दुल” जोड़ लिया था। वह घर से निकलते समय हमेशा मुंह पर कपड़ा बांधता था ताकि कोई पहचान न सके। उसने गांव, रिश्तेदारों और बहन के घर जाना पूरी तरह बंद कर दिया था।
पुलिस के डर से बदलता रहा किराए का घर
करीम हर दो महीने में किराए का घर बदलता था, जिससे पुलिस को उसकी लोकेशन पकड़ना मुश्किल हो जाता था। पुलिस जब उसके हाथरस स्थित गांव पहुंची, तो ग्राम प्रधान ने कहा कि करीम की मृत्यु हो चुकी है और वह इस बारे में लिखकर देने को भी तैयार था। यहां तक कि उसकी बहन ने भी यही कहा। लेकिन पुलिस को शक हुआ और उसने रिश्तेदारों व पुराने परिचितों पर निगरानी शुरू की।
पुलिस बनी मजदूर, चप्पल-नेकर में लगाया जाल
पुलिस को सूचना मिली कि करीम अलीगढ़ के भोजपुर क्षेत्र में मजदूरी करता है। इसके बाद पुलिसकर्मी मजदूर बनकर वहां खड़े हो गए। साधारण कपड़ों में चप्पल और नेकर पहनकर पुलिस ने इंतजार किया। उसी दौरान करीम वहां आया, तो एक साथी ने उसकी पहचान कराई। करीम ने खुद को बचाने के लिए तुरंत ठिकाना बदल लिया, लेकिन सोमवार को जब वह सिकंदरा के सुनारी गांव में काम करने आया, तो पुलिस ने उसे घेरकर गिरफ्तार कर लिया।
हत्या की वजह थी सुपारी
पुलिस के अनुसार, पूछताछ में करीम ने बताया कि उसने यह हत्या अनवर की दी हुई सुपारी पर की थी। उसे पैसों की सख्त जरूरत थी, इसलिए उसने अपने साथी के साथ मिलकर रात में तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। करीम के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल की जा चुकी थी और मामले में तीन अन्य आरोपियों को सजा हो चुकी है, लेकिन वह अब तक फरार था।
महीनों की मेहनत से आरोपी तक पहुंची पुलिस
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि आरोपी को पकड़ना बेहद चुनौतीपूर्ण था क्योंकि पुलिस के पास उसकी हालिया फोटो तक नहीं थी। टीम ने लगातार कई जिलों में दबिश दी और आखिरकार महीनों की मेहनत के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

