जादू-टोना के शक में दो दोस्तों को डंडे से बांधकर पीटा! तमाशबीन बनी रही जनता, Video viral
punjabkesari.in Monday, Oct 27, 2025 - 10:59 AM (IST)
सोनभद्र (विष्णु गुप्ता): जिले के जुगैल थाना क्षेत्र के खरहरा गांव में मानवता को तार-तार करने वाली एक घटना सामने आई है। रिश्तेदारी में आए दो दोस्तों को ग्रामीणों ने जादू-टोना का आरोपी मानकर पहले डंडे से बांधकर लटकाया और फिर बेरहमी से पीटा। यह अमानवीय कृत्य करीब सात दिन पहले हुआ था, लेकिन शनिवार को इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हड़कंप मच गया।
जादू-टोने में लिप्त होनी आशंका में सजा
पुलिस अधिकारियों ने तत्काल गांव पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और पीड़ितों के बयान दर्ज किए।घटना की शुरुआत उस समय हुई जब दो युवक रिश्तेदारी में खरहरा गांव आए हुए थे। ग्रामीणों को किसी अनहोनी की आशंका और तंत्र-मंत्र के शक ने इतना आक्रोशित कर दिया कि उन्होंने बिना जांच-पड़ताल के दोनों को जादू-टोने में लिप्त मान लिया। बताया जाता है कि ग्रामीणों ने इसकी जानकारी गांव के पूर्व प्रधान लल्लू उर्फ रामबिलास निषाद को दी।
युवकों को बांधकर गांव में घुमाया
लल्लू ने कथित रूप से उन्हें अपने घर लाने के लिए कहा।आरोप है कि गांव के 5-6 लोग मौके पर पहुंचे और दोनों युवकों को डंडे से बांधकर कंधे पर टांगते हुए गांव में घुमाया गया। इसके बाद उन्हें पूर्व प्रधान के घर ले जाकर लाठी-डंडे से बेरहमी से पीटा गया। पीड़ित दलित समुदाय से संबंध रखते हैं, जिससे मामला और भी गंभीर माना जा रहा है।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने लिया एक्शन
घटना दो दिन तक दबाई गई। डर और सामाजिक दबाव के कारण कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई। लेकिन 18 अक्तूबर को रासपहाड़ी निवासी एक युवक ने हिम्मत जुटाई और क्षेत्र के एक समाजसेवी के साथ जुगैल थाने पहुंचा। वहां मामले की रिपोर्ट दर्ज की गई और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हालांकि, जब बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो पीड़ित पक्ष से जुड़े एक व्यक्ति ने घटना का वीडियो। वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि आरोपियों ने पीड़ितों के हाथ-पैर बांधकर उन्हें अमानवीय यातना दी।
एससी-एसटी एक्ट सहित कई धाराओं में केस दर्ज
मामले में पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट तथा भारतीय न्यायदंड संहिता (बीएनएस) की गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। नामजद आरोपियों में ग्राम खरहरा के पूर्व प्रधान रामबिलास निषाद, सुभासपा नेता जितेंद्र निषाद, दयाशंकर निषाद, अजीत निषाद और अटल निषाद शामिल हैं।सीओ दुद्धी ने शनिवार को पूरे प्रकरण का निरीक्षण करते हुए कहा कि यह समाज को शर्मसार करने वाली घटना है। पीड़ितों के बयान दर्ज कराए गए हैं और बाकी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें गठित कर दी गई हैं।

