बेटी के हाथ पीले करने का अधूरा रहा सपना! दहेज की मांग पूरी न हुई तो नहीं आई बरात, बेबस पिता ने ट्रेन के आगे कूदकर की आत्महत्या

punjabkesari.in Friday, May 19, 2023 - 04:35 PM (IST)

अमरोहा: भले ही हम 21वीं सदी में चांद पर पहुंच गए हैं लेकिन आज भी कहीं ना कहीं दहेज प्रथा हम पर हावी है। सरकार की अंसख्य नीतियों, जागरूकता अभियान के बावजूद हमारे देश में दहेज प्रथा व्याप्त है। कुछ परिवार तो दहेज के लिए सिरे से मना कर देते हैं और दहेज प्रथा को गलत मानते हैं और कुछ परिवार 'गिफ़्ट' का नाम देकर या फिर 'आप अपनी बेटी को दे रहे हैं' जैसी बात कह कर खले आम दहेज की मांग करते हैं। पुलिस का डर भी इन्हें नहीं सताता क्योंकि ये 'कुरीति' समाज की जड़ों को जकड़े हुए है। दहेज की वजह से आज भी कई महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है। दहेज न दे पाने के कारण कई बार शादी टूट जाती है तो कई बार कन्या पक्ष के लोग मजबूरन आत्महत्या कर लेते है। ऐसा ही एक मामला अमरोहा से सामने आया है। जहां दहेज की मांग पूरी न कर पाने के कारण वर पक्ष के लोगों ने बारात लाने से मना कर दिया। जिससे आहत लड़की के पिता ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।   
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बता दें कि उत्तर प्रदेश के अमरोहा के थाना देहात इलाके के नन्हेड़ा के रहने वाले बाबू राम गन्ना विभाग में सेक्रेटरी के पद पर तैनात थे। जिन्होंने अपनी बेटी की शादी अमरोहा की नौगावां थाना क्षेत्र के देहरा में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार तय की थी। 13 मई को बारात आनी थी लेकिन लड़के पक्ष ने दहेज में 5 लाखों रुपए और एक ट्रैक्टर की डिमांड की और रखी गई तारीख से पहले समान ना पहुंचा तो बरात लाने से मना कर दिया। गन्ना विभाग में तैनात रहे बाबूराम जो लड़की के पिता थे वह इस बात को बर्दाश्त नहीं कर पाए और ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
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इसी बीच शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में मृतक के परिजन पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने एक प्रार्थना पत्र पुलिस अधीक्षक को दिया और कहा एक दिन में कोई कार्यवाही नहीं हुई तो किसान यूनियन के कार्यकर्ता सहित ग्रामीण एकत्रित होकर धरने पर बैठने को मजबूर होंगे।
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Content Writer

Mamta Yadav

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