UP: आशा बहु के कमीशन के चक्कर में जच्चा-बच्चा की मौत, प्राइवेट अस्पताल ने कराई जबरन डिलिवरी

punjabkesari.in Saturday, Sep 04, 2021 - 01:16 PM (IST)

फर्रूखाबाद: भले ही यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार लाख दावा करें कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में सब कुछ ठीक है लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। मरीजों को समय पर न ही एम्बुलेंस मिलती है और न ही डॉक्टर और दवाएं। प्रसव को पहुंचने वाली हर गर्भवती महिलाओं को लापरवाही और केस बिगड़ने का हौवा दिखाकर आशाएं निजी अस्पताल ले जाने की सलाह देती हैं। आशाओं के मोटे कमीशन के चक्कर में कई बार जच्चा-बच्चा की मौत तक हो जाती है। अब तक कई मामले हो चुके हैं, मगर अफसर इससे अंजान बने हुए हैं। ऐसा ही एक मामला फर्रुखबाद के कमालगंज में देखने को मिला है जहां पर गांव की आशा उषा देवी महारूपुर रवि कि महिला को प्राइवेट अस्पताल में ले गयी जहां उसकी मौत हो गई।

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बता दें कि कमालगंज थाना क्षेत्र के महारूपुर रवि में मुकेश की पत्नी शिवानी को डिलीवरी होनी थी। गांव की आशा बहु को सूचना देने के बाद आशा शिवानी को सीएससी कमालगंज ले गई। जहां पर उनसे कह दिया गया कि आपकी 4 दिन बाद डिलीवरी होगी। आशा बहु उषा देवी ने कहा कि हम आपको प्राइवेट अस्पताल ले चलते हैं जहां पर आपकी कम पैसों में डिलीवरी हो जाएगी और सभी सुविधाएं मिलेगी।

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उषा देवी शिवानी को कमालगंज के रेहान नर्सिंग होम ले गयी और अस्पताल में भर्ती करा दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि शाम के समय जबरदस्ती डिलीवरी करा दी गई इससे बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद शिवानी की हालत खराब होने लगी। परिजनों ने छुट्टी करने की बात कही लेकिन रेहान नर्सिंग होम के कर्मचारियों ने परिजनों को गाली-गलौज और मारपीट कर अस्पताल से भगा दिया। ज्यादा तबीयत खराब होने पर शिवानी को दूसरे अस्पताल रिफर कर दिया वहा शिवानी की मौत हो गई।

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परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। गांवों में स्वास्थ्य सेवा बेहतर बनाने के लिए तैनात की गईं आशा मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में पहुंचाने का काम कर रही हैं। फर्रुखाबाद में झोलाछाप डाक्टरों के नर्सिग होम का बोलबाला है। एक नर्सिग होम की झोलाछाप नर्सों द्वारा प्रसव कराए जाने से जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में जिले में दर्जनों ऐसे अस्पताल चल रहे हैं। अधिकारी ऐसे नर्सिग होमों से अवैध वसूली भी करते हैं।


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Umakant yadav

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