कोहरे में थमेगा बसों का पहिया! 50 मीटर से कम दृश्यता पर रोक दी जाएंगी UP रोडवेज की बसें—रात में पूरी तरह बंद रहेगा बस संचालन

punjabkesari.in Thursday, Dec 18, 2025 - 11:37 AM (IST)

Lucknow News: प्रदेश में ठंड के साथ-साथ घना कोहरा भी बढ़ता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से कई इलाकों में दृश्यता लगातार कम हो रही है, जिसके चलते सड़क हादसों का खतरा बढ़ गया है। खासतौर पर एक्सप्रेस-वे, हाईवे और लंबी दूरी की बसों के लिए हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हो गए हैं। इसे देखते हुए परिवहन विभाग ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर बस संचालन के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

50 मीटर से कम दृश्यता में बसें रोकने के निर्देश
परिवहन विभाग ने साफ कहा है कि कोहरे में थोड़ी-सी लापरवाही भी बड़े हादसे की वजह बन सकती है। कई बार कोहरा इतना घना हो जाता है कि सामने चल रहे वाहन तक दिखाई नहीं देते। ऐसे में यात्रियों से भरी बसों का चलना बेहद जोखिम भरा हो जाता है। विभाग ने निर्देश दिए हैं कि अगर किसी मार्ग पर दृश्यता 50 मीटर से कम हो जाए, तो बसों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया जाए। इसके लिए टोल प्लाजा, जन सुविधा केंद्र, विश्राम स्थल या पहले से चिन्हित सुरक्षित जगहों का इस्तेमाल किया जाएगा। अधिकारियों को पहले ही ऐसे स्थानों की पहचान करने के आदेश दिए गए हैं, ताकि आपात स्थिति में किसी तरह की भ्रम की स्थिति न बने।

रात में घने कोहरे के दौरान बस संचालन पूरी तरह बंद
घने कोहरे की स्थिति में खासतौर पर रात के समय बसों के संचालन पर पूरी तरह रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग का मानना है कि अंधेरे और कोहरे का मेल हादसों की आशंका कई गुना बढ़ा देता है। स्पष्ट निर्देश हैं कि चाहे कितना भी दबाव क्यों न हो, बेहद खराब मौसम में बसों को सड़क पर नहीं चलाया जाएगा। यात्रियों को पहले से स्थिति की जानकारी दी जाएगी और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ठहराया जाएगा।

मजबूरी में यात्रा तो ग्रुप में और धीमी रफ्तार से
परिवहन विभाग ने यह भी माना है कि कुछ हालात में यात्रियों की यात्रा बेहद जरूरी हो सकती है। ऐसे मामलों में बसों को पूरी तरह बंद करने के बजाय विशेष सुरक्षा व्यवस्था अपनाने के निर्देश दिए गए हैं। अगर यात्रा टालना संभव न हो, तो बसें ग्रुप में चलाई जाएंगी, ताकि आगे चल रही बस को देखकर पीछे वाली बस सुरक्षित दूरी बनाए रख सके। इसके साथ ही सभी बसों को धीमी गति से चलाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि अचानक ब्रेक या नियंत्रण खोने जैसी स्थिति से बचा जा सके।

मौसम पर नजर, प्रशासन से लगातार समन्वय
परिवहन विभाग ने अधिकारियों को मौसम की स्थिति पर लगातार नजर रखने के आदेश दिए हैं। इसके लिए स्थानीय प्रशासन, मौसम विभाग और ट्रैफिक पुलिस के साथ समन्वय बनाए रखने को कहा गया है। जैसे ही कोहरे की तीव्रता बढ़े, तुरंत निर्णय लेकर बस संचालन को नियंत्रित किया जाएगा। एआरटीओ, डिपो प्रबंधक और कंट्रोल रूम के जरिए लगातार जानकारी साझा की जाएगी, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई हो सके।

फॉग लाइट और सुरक्षा उपकरण अनिवार्य
बस चालकों को फॉग लाइट, रिफ्लेक्टर, इंडिकेटर और अन्य सुरक्षा उपकरणों का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं। बिना फॉग लाइट या खराब रिफ्लेक्टर वाली बसों को सड़क पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही ब्रेक, टायर, हेडलाइट और अन्य तकनीकी जांच के बाद ही बसों को चलाया जाएगा। चालकों और परिचालकों को गति सीमा का पालन करने और यात्रियों को स्थिति की जानकारी देने को कहा गया है।

यात्रियों की जान सर्वोपरि: परिवहन विभाग
परिवहन विभाग ने साफ कहा है कि ये दिशा-निर्देश केवल औपचारिकता नहीं हैं, बल्कि यात्रियों की जान बचाने के लिए हैं। समय से पहुंचने की जल्दबाजी में किसी भी तरह का जोखिम नहीं लिया जाएगा। यात्रियों से भी अपील की गई है कि कोहरे के दौरान धैर्य रखें और अगर बस को रोका जाता है तो इसे असुविधा नहीं, बल्कि सुरक्षा का कदम समझें।

हादसों से सबक लेकर सख्ती
प्रदेश में पहले भी कोहरे के कारण कई बड़े सड़क हादसे हो चुके हैं। हाल ही में मथुरा एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में 18 लोगों की मौत ने सभी को झकझोर दिया था। इन्हीं घटनाओं से सबक लेते हुए परिवहन विभाग ने इस बार पहले से ही सख्त कदम उठाए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इन नियमों को सख्ती से लागू किया गया, तो कोहरे के मौसम में सड़क हादसों में बड़ी कमी लाई जा सकती है।


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Content Editor

Anil Kapoor

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