UP school closed: भारी बारिश के चलते यूपी के इन जिलों में सभी स्कूलों में अवकाश घोषित
punjabkesari.in Monday, Aug 04, 2025 - 08:49 AM (IST)

UP school closed: उत्तर प्रदेश में 17 जिलों के 400 से ज्यादा गांव इस वक्त बाढ़ से प्रभावित हैं। बीते रविवार से भी भारी बारिश हो रही है और बारिश की वजह से जन जीवन प्रभावित हो रहा है। राजधानी लखनऊ में भी जोरदार बारिश की वजह से एक से लेकर 12वीं तक के सभी बोर्ड के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। लखनऊ के साथ-साथ अन्य जिलों में भी छुट्टी घोषित कर दी गई है।
स्कूलों से बच्चों को बुलाया वापस
बता दें कि जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश पांडेय के द्वारा यह अवकाश घोषित किया गया है। उनकी इस घोषणा के बाद स्कूल गए हुए बच्चों को वापस बुला लिया। डीएम ने कहा, जो बच्चे स्कूल के लिए रवाना कर दिए गए हैं उन्हें वापस बुला लिया जाए।
इन जिलों में भी छुट्टी घोषित
बारिश के चलते रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, बहराइच और अंबेडकर नगर में भी अवकाश घोषित किया गया है।
बाढ़ की चपेट में प्रदेश के 17 जिले
प्रदेश में 17 जिलों के 400 से ज्यादा गांव इस वक्त बाढ़ से प्रभावित हैं। राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि राज्य के 17 जिलों में 37 तहसीलों के 402 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और उनमें रहने वाले 84 हजार 392 लोगों की जिंदगी पर असर पड़ा है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और प्रादेशिक सशस्त्र कांस्टेबलरी (पीएसी) के कर्मियों द्वारा निरंतर गश्त के साथ राहत और बचाव कार्य जोरों पर चल रहा है। बाढ़ से प्रभावित जिलों में कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाजीपुर, मिर्जापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा और फतेहपुर शामिल हैं।
1,193 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई
गोस्वामी के मुताबिक बाढ़ से अब तक 343 घरों को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा 4,015 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि भी प्रभावित हुई है। बाढ़ से परेशान लोगों तक 493 नावों और मोटरबोटों के जरिए राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। प्रभावित लोगों की मदद के लिए अब तक खाद्य पदार्थों के 76 हजार 632 पैकेट वितरित किए जा चुके हैं। इसके अलावा, प्रभावित लोगों को ताजा भोजन उपलब्ध कराने के लिए 29 सामुदायिक रसोइयां (लंगर) स्थापित की गयी हैं। वर्तमान में कुल 905 बाढ़ आश्रय स्थल बनाये गये हैं, जिनमें 11 हजार 248 विस्थापित लोग रह रहे हैं। जबकि 757 स्वास्थ्यकर्मी चिकित्सा जांच कर रहे हैं और स्थिति पर नजर रखने के लिए 1,193 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं।