UP: पान खाकर ड्यूटी कर रहे दारोगा को शख्स ने पढ़ाया कानून का पाठ, कटा चालान

punjabkesari.in Sunday, May 31, 2020 - 03:07 PM (IST)

कानपुर: देशभर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। जिसके प्रकोप से उत्तर प्रदेश भी अछूता नहीं है। वहीं योगी सरकार ने प्रदेश में फैल रहे संक्रमण को लेकर पान-मसाला और गुटखा पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। जिसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन पर है। लेकिन जब पुलिस अधिकारी ही इसका सेवन करेंगे तो वह दूसरों को इसके खाने से कैसे रोकेंगे। ऐसा ही एक मामला कानपुर के काकादेव थाना क्षेत्र के रावतपुर क्रॉसिंग से सामने आया है जहां वाहन चेकिंग कर रहे दारोगा अनिल कुमार दुबे को पान-मसाला खाना महंगा पड़ गया।

बता दें कि दारोगा और पुलिस के कांस्टेबल ने जब नियम का उल्लंघन करने वाले वाहन स्वामी अमोद कुमार बाजपेई को रोका तो दोनों तरफ से काफी देर तक बहस चलती रही। तभी आमोद ने मोबाइल निकाल कर ड्यूटी पर मौजूद दारोगा का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। मुंह में पान-मसाला खाकर बात कर रहे दारोगा ने यहां वहां थूकना शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देख कर इसकी सूचना थानाध्यक्ष काकादेव और आलाधिकारियों को दी गई। इस मामले का संज्ञान पुलिस के अधिकारियों ने लिया और दारोगा का चालान कर दिया।

मनोज का आरोप- नियम कानून सबके लिए बराबर होने चाहिए
मनोज बाजपेई का यह आरोप है की नियम कानून सबके लिए बराबर होने चाहिए। जैसे उनका चालान कटा वैसे ही ड्यूटी के दौरान पान खा रहे दारोगा का भी होना चाहिए। ड्यूटी पर खड़े कॉन्स्टेबल आरके सिंह ने बताया बिना हेलमेट के वाहन चालक का चालान काटा तो वह उल्टा पुलिस को ही पाठ पढ़ाने लगा। यह पूछे जाने पर कि दारोगा ने पान खाया है कि नहीं और वह ड्यूटी पर पान मसाला खाकर थूका कि नहीं इस पर कॉन्स्टेबल ने चुप्पी साध ली।

नियम कानून सबके लिए एक समान है: SP
एसपी पश्चिम डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है और प्रथम दृष्टया जांच में पान खाकर ड्यूटी कर रहे दारोगा का चालान कर दिया गया है। साथ ही ड्यूटी के दौरान पान-मसाला क्यों खाए थे, इसका स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। उन्होंने बताया कि नियम कानून सबके लिए एक समान है, चाहे वह आम नागरिक हो या पुलिसकर्मी। जो नियम तोड़ेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।


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Edited By

Umakant yadav

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