यूपी: शातिर ‘अनामिका शुक्ला’ अभी भी फरार, गिरफ्तार महिला का नाम ‘प्रिया’

punjabkesari.in Sunday, Jun 07, 2020 - 08:58 PM (IST)

लखनऊ: एक साथ 25 स्कूलों में फर्जी तरीके से नौकरी करने के मामले में सुर्खियों में आई शिक्षिका अनामिका शुक्ला को शनिवार को कासगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अनामिका शुक्ला यहां के कस्तूरबा विद्यालय फरीदपुर में विज्ञान की शिक्षिका के रूप में पूर्णकालिक रूप से सेवाएं दे रहीं थीं। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार महिला ‘अनामिका शुक्ला’ नहीं, फर्रूखाबाद के कायमगंज की ‘प्रिया’ है। असली ‘अनामिका शुक्ला’, यदि इसका कोई अस्तित्व है तो वह अब भी फरार है। 

नाम में भी फर्जीवाड़ा
अनामिका की गिरफ्तारी के बाद यह भी सामने आया है कि इसका असली नाम अनामिका सिंह है, लेकिन यह अनामिका शुक्ला के नाम से नौकरी कर रही थी। अब पता चला है कि इसका नाम अनामिका सिंह भी नहीं है। 

बीएसए ने जारी किया था नोटिस
बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के निर्देशों पर जिले में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका की तलाश की गई तो कस्तूरबा विद्यालय में यह शिक्षिका पाई गई। एक दिन पूर्व शुक्रवार को बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) ने शिक्षिका के वेतन आहरण पर रोक लगाते हुए नोटिस जारी किया था। यह नोटिस व्हाट्सएप पर भेजा गया था। शुक्रवार की शाम शिक्षिका ने इस नोटिस को देखा तो शनिवार सुबह को वो अपना इस्तीफा देने बीएसए दफ्तर के बाहर पहुंची। अपने साथ आए एक युवक के माध्यम से उसने इस्तीफे की प्रति बीएसए को भेजी।

मामले की जांच की जा रही: यूपी सरकार
बता दें कि इससे पहले उप्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि मामले की जांच की जा रही है और अभी इस बारे में कुछ स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है। स्कूली शिक्षा के महानिदेशक विजय किरण आनंद ने बताया कि इस तरह की खबरें मीडिया में आने के बाद बेसिक शिक्षा के अपर निदेशक को मामले की जांच के आदेश दिये गये है। अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं है, जिस महिला अध्यापक का नाम सामने आया है और उनका कुछ अता-पता नहीं है। खबरों में ऐसा कहा जा रहा है कि महिला अध्यापक ने एक करोड़ रूपये का वेतन लिया है। यह सब सत्य नहीं है, और अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और अगर आरोप सही पाये जाते है तो प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि वेतन का भुगतान बैंक खाते में भी नहीं हुआ है। मंडलीय अधिकारी जांच कर रहे हैं। अगर कोई अध्यापक गलत तरीके से एक से अधिक स्कूलों में पढ़ा रहा है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

13 महीनों में एक करोड़ रूपये से अधिक लिया वेतन
एक शिकायत के अनुसार मैनपुरी की रहने वाली एक महिला अध्यापक एक साथ 25 स्कूलों में काम कर रही थी और उसने पिछले 1& महीनों में एक करोड़ रूपये से अधिक वेतन लिया है।

महिला द्वारा इन जिलों में एक साथ काम करने का आरोप
आरोप है कि महिला ने विज्ञान अध्यापक के रूप में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, अंबेडकरनगर, बागपत, अलीगढ़, सहारनपुर, प्रयागराज तथा अन्य स्थानों पर एक साथ काम किया है। कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में संविदा के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति होती है और उन्हें &0 हजार रूपये प्रतिमाह वेतन मिलता है।


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Ajay kumar

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