काशी में चमत्कार! शिवधाम के शिखर पर प्रकट हुआ देवी लक्ष्मी का वाहन – क्या बरसने वाली है विशेष कृपा?

punjabkesari.in Friday, Aug 22, 2025 - 07:01 AM (IST)

Varanasi News: काशी नगरी से एक हैरान करने वाली और बेहद खास तस्वीर सामने आई है, जिसने श्रद्धालुओं की आस्था और उत्सुकता दोनों को बढ़ा दिया है। भगवान शिव को समर्पित प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर के शिखर पर इन दिनों एक दुर्लभ सफेद उल्लू दिखाई दे रहा है। यह नजारा सबसे पहले श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया। उन्होंने जानकारी दी कि सफेद उल्लू 3 दिनों से मंदिर के शिखर पर दिखाई दे रहा है और विशेष आरतियों के समय उसकी मौजूदगी देखी गई है।

तीन दिन से लगातार दिख रहा है उल्लू
विश्व भूषण मिश्र ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा  कि 17 अगस्त को शयन आरती, 18 अगस्त को सायंकालीन श्रृंगार आरती और आज सप्तऋषि आरती में भी सफेद उल्लू महाराज ने प्रतिभाग किया और शिखर कोड़र में अपना स्थान ग्रहण किया। इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगे। मंदिर में मौजूद कई भक्तों ने इसे दैवीय संकेत मानते हुए श्रद्धा और आस्था से नतमस्तक हो गए।

क्या है सफेद उल्लू का महत्व?
हिंदू शास्त्रों के अनुसार, सफेद उल्लू को मां लक्ष्मी का वाहन माना जाता है। इसलिए इसका दिखाई देना अक्सर सुख-समृद्धि, धन, और शुभ संकेतों से जोड़ा जाता है। इस विषय में ज्योतिषाचार्य डॉ. अरुणेश कुमार शर्मा ने बताया कि सफेद उल्लू का मंदिर में दिखाई देना कई दृष्टिकोण से शुभ माना जा सकता है।

सफेद उल्लू दिखने के 4 शुभ संकेत:
अचानक धन लाभ
सफेद उल्लू का दिखना इस बात का संकेत हो सकता है कि आपको जल्द ही कोई आर्थिक लाभ मिलेगा। यह लाभ पैतृक संपत्ति, फंसा हुआ पैसा वापस मिलना, या किसी निवेश में फायदा होने के रूप में आ सकता है।

रोजगार और व्यापार में तरक्की
खासकर रात के समय सफेद उल्लू दिखाई देना यह दर्शाता है कि आपके करियर या व्यापार में आगे बढ़ने के अवसर मिल सकते हैं।

संकटों से सुरक्षा
मान्यता है कि सफेद उल्लू दिखाई देना इस बात का संकेत हो सकता है कि आप पर आया कोई बड़ा संकट टल गया है और ईश्वर की कृपा बनी हुई है।

विश्व शांति का संकेत
सफेद रंग को शांति का प्रतीक माना जाता है। इसलिए कुछ ज्योतिषाचार्य इसे वैश्विक स्तर पर शांति और स्थिरता के संकेत के रूप में भी देखते हैं – जैसे कि युद्ध या अशांति पर विराम लगना।

भक्तों की बढ़ी आस्था
इस घटना के बाद मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं में उत्साह और भक्ति का माहौल और भी गहरा हो गया है। लोग इसे मां लक्ष्मी और भगवान शिव की संयुक्त कृपा मान रहे हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Anil Kapoor

Related News

static