Varanasi News: रुस के मनोवैज्ञानिक एंटोन एंड्रीव ने ईसाई धर्म त्याग कर अपनाया सनातन धर्म, बोले- ईश्वर से मिलने की चाहत में अपनाया हिंदू धर्म

punjabkesari.in Friday, May 19, 2023 - 12:24 PM (IST)

Varanasi News: दुनिया में सनातन धर्म की पहचान रखने वाले धर्म की नगरी वाराणसी ( Varanasi )  एक बार फिर सनातन धर्म से लोगों को जोड़कर उनके जीवन में बदलाव ला रहा है। दरअसल, रूस और यूक्रेन के युद्ध से परेशान रुस के मनोवैज्ञानिक एंटोन एंड्रीव (41) ने ईसाई धर्म त्याग कर विधि-विधान से सनातन धर्म अपना लिया। अब वह एंटोन एंड्रीव से अनंतानंद नाथ बन गए। हिंदू धर्म में परिवर्तन करने के बाद गुरु मंत्र और गोत्र कश्यप मिला। एंटोन एंड्रीव पेशे से मनोवैज्ञानिक है और अक्सर भारत की यात्रा करते रहते है। उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि बताया कि वे परमात्मा की शरण में जाने, उनसे मिलने और उच्च साधना के लिए सनातन धर्म की दीक्षा ली है।

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उन्होंने बताया कि वह रूस में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं। उन्हें रूस में बनारस के वागीश शास्त्री के बारे में पता चला और कुंडलिनी जागृत करने की इच्छा हुई। कुछ कक्षाएं भी लीं लेकिन पूरा नहीं कर पाए। साल 2022 में गुरु वागीश शास्त्री का निधन हो गया था।  उन्होंने कहा कि इसके बाद 10 दिनों के लिए ध्यान के दौरान मुझे जो अनुभूति हुई है उसको शब्दों में बयां नहीं कर सकता है।

हिंदू धर्म की दीक्षा देने के बाद पंडित आशापति शास्त्री ने बताया कि दुनिया में यूक्रेन और रूस से दीक्षा लेने वालों की संख्या काफी ज्यादा है। गुरु वागीश शास्त्री और मेरे द्वारा अब तक 80 देशों के 15 हजार विदेशी शिष्यों को दीक्षा दी गई है। दीक्षा लेने की परंपरा 1980 में शुरू की गई थी। तब से लगातार यह काम चल रहा है। जो व्यक्ति पात्र है, उसी को दीक्षा दी जाती है। उन्होंने कहा कि यह सनातन धर्म और काशी की मिट्टी की शक्ति है, जिसने दुनिया में सनातन धर्म को पहुंचाने का काम किया है। 
 


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Content Writer

Ramkesh

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