जब सादगी पसंद रेलमंत्री शास्त्री जी ने अपनी मां से बताया था कि वह रेल कर्मचारी हैं
punjabkesari.in Friday, Oct 02, 2020 - 03:32 PM (IST)

यूपी डेस्कः उत्तर प्रदेश वाराणसी के मुगलसराय में 2 अक्टूबर 1904 को जन्मे गुदड़ी के लाल बहादूर शास्त्री जी बेहद सादगी पसंद व्यक्तित्व थे। सादगी से उनका गहरा रिश्ता था। आज महान व्यक्तित्व के जन्मदिवस पर उनकी सादगी व महानता के कई किस्से हैं। ऐसे में एक किस्सा उनकी मां से जुड़ा है। जब उन्होंने रेलमंत्री के पद पर रहते हुए अपनी मां को बताया था कि वह रेलवे में कर्मचारी हैं।
बता दें कि एक बार की बात थी शास्त्री जी उस समय देश के रेलमंत्री के पद पर आसीन हुए थे “उन्होंने मां को नहीं बताया था कि वो रेल मंत्री हैं। कहा था कि ‘मैं रेलवे में नौकरी करता हूं’। दरअसल एक बार वह किसी कार्यक्रम में आए थे जब उनकी मां भी वहां पूछते-पूछते पहुंची कि मेरा बेटा भी आया है, वह भी रेलवे में है।
इस पर लोगों ने पूछा क्या नाम है जब उन्होंने नाम बताया तो सब चौंक गए बोले, ‘यह झूठ बोल रही है’। पर वह बोलीं, ‘नहीं वह आए हैं’। इस पर लोगों ने उन्हें लाल बहादुर शास्त्री जी के सामने ले जाकर पूछा,’ क्या वही हैं?’तो मां बोली ‘हां वह मेरा बेटा है।
इसके बाद लोग मंत्री जी से दिखा कर बोले ‘क्या वह आपकी मां है’ तब शास्त्री जी ने अपनी मां को बुला कर अपने पास बिठाया और कुछ देर बाद घर भेज दिया। पत्रकारों ने पूछा ‘आपने उनके सामने भाषण क्यों नहीं दिया’ तो वह बोले-‘मेरी मां को नहीं पता कि मैं मंत्री हूं। अगर उन्हें पता चल जाए तो वह लोगों की सिफारिश करने लगेगी और मैं मना भी नहीं कर पाऊंगा….. और उन्हें अहंकार भी हो जाएगा।’ जवाब सुनकर सब सन्न रह गए। मगर इस वाक्या ने लोगों के मन में उनकी गहरी छाप छोड़ दी।