Hathras Stampede: आपदा को अवसर मानकर मृतक महिलाओं के गले से मंगलसूत्र और पैरों से पायल लूटने वाला कौन ? सवालों के घेरे में हाथरस पुलिस!
punjabkesari.in Friday, Jul 12, 2024 - 02:26 AM (IST)
Hathras News, (सूरज मौर्या): उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले की कोतवाली सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव फुलरई मुगलगढ़ी के पास 2 जुलाई दिन मंगलवार सत्संग के दौरान मची भगदड़ में करीब 121 लोगो की मौत गई थी। मरने वालो में सबसे अधिक महिलाएं शामिल थी। माना जाता है कि महिलाए अक्सर सज संवर कर सूरज पाल उर्फ भोलेबाबा के दरबार में सत्संग सुनने जाती थी और उनका सबसे बड़ा गहना मंगलसूत्र होता है।
एक बार फिर सवालों के घेरे में हाथरस पुलिस
बता दें कि सत्संग में मची भगदड़ में सैकड़ों महिलाओं की मौत हो गई थी। उस समय महिलाए अपने कानों में कुंडल, पैरो में पायल, नाक में लॉन्ग, गले में मंगलसूत्र आदि जैसे सोने व चांदी के आभूषण पहनी हुई थी। लेकिन जब उन मृतक महिलाओं के शव पोस्टमार्टम के बाद के परिवार के लोगों को सपुर्द किए गए तो उनके तन पर किसी भी तरह का कोई आभूषण नहीं था। आखिर हादसे में मारी गई महिलाओं के आभूषण के लुटेरे कौन हैं। जिसने इतनी बड़ी त्रासदी में भी मृतक महिला के आभूषण लूट लिए। अब हाथरस पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है। और उसकी प्रतिष्ठा पर मृतक महिलाओं के परिजन भी सवाल खड़े कर रहे है। आखिर उन आभूषणों का चोर व लुटेरा कौन है।
जब पोस्टमार्टम से बॉडी लेकर आए तो उसमे हमे कुछ नहीं मिला: परिजन
वहीं मृतक महिलाओं के परिजनों का कहना है कि लॉन्ग, कुंडल,तोड़िया,और कई चीज होती है लेडीज की जो पहनकर सत्संग में जाती है। जब पोस्टमार्टम से बॉडी लेकर आए तो उसमे हमे कुछ नहीं मिला। अब कैसे किसी को इस बात की सूचना देते, घर पर कोहराम मचा हुआ था। हमारा घर उजड़ गया। हम अपना घर छोड़कर किसके पास जाते। आखिर किसने इस आपदा को अवसर मानकर मृतक महिलाओं के मंगल सूत्र और अन्य गहने लूट लिए। सत्संग कांड हाथरस के इतिहास में काला दिवस के रूप में जाना जाएगा।