एक मुट्ठी पदार्थ की कीमत 850 करोड़! न्यूक्लियर पावर बनाने में यूज होने वाला मटेरियल...तीन तस्कर गिरफ्तार

punjabkesari.in Saturday, Aug 10, 2024 - 12:50 PM (IST)

कुशीनगर: बिहार में गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए आज 850 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का रेडियोधर्मी पदार्थ कैलिफोर्नियम जब्त किया और तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।        

पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने शुक्रवार को यहां बताया कि तस्कर पिछले कई महीनों से रेडियोधर्मी पदार्थ बेचने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि गुरुवार शाम को गुप्त सूचना के बाद एसटीएफ जिला जांच इकाई (डीआईयू), विशेष अभियान समूह-7 (एसओजी-7) और स्थानीय पुलिस के संयुक्त अभियान में तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया।      
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प्रभात ने बताया कि गोपालगंज से सटे बिहार-उत्तर प्रदेश-बलथरी सीमा पर तैनात टीम ने एक मोटरसाइकिल को रोका और तलाशी ली। इस क्रम में तस्करों के पास से कैलिफोर्नियम बरामद किया गया। कैलिफोर्नियम का उपयोग परमाणु ऊर्जा उत्पादन और गंभीर बीमारियों के इलाज में किया जाता है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तस्करों के पास से चार मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। तस्करों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक ग्राम कैलिफोर्नियम की अनुमानित कीमत करीब 17 करोड़ रुपये है। जब्त 50 ग्राम कैलिफोर्नियम की कुल कीमत करीब 850 करोड़ रुपये है।

कुशीनगर जिले का रहने वाला है मुख्य आरोपी
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तस्करों की पहचान उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के तमकुही राज थाना क्षेत्र के परसौनी बुजुर्ग गांव निवासी छोटे लाल प्रसाद (40), नगर थाना क्षेत्र के कौशल्या चौक वाडर् नंबर 22 निवासी चंदन गुप्ता (40) और गोपालगंज के कुशहर मठिया निवासी चंदन राम के रूप में हुई है।       

प्रभात ने बताया कि रेडियोधर्मी पदार्थों से निपटने में विशेषज्ञ टीमों के साथ-साथ विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया है। इस बारे में परमाणु ऊर्जा विभाग को भी सूचित कर दिया गया है।

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उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तस्करों के पास पुडुचेरी की परमाणु ऊर्जा कंपनी और आईआईटी मद्रास की एक जांच रिपोर्ट्स भी है, जिससे रेडियोधर्मी पदार्थ की प्रकृति का पता चलता है।  पुलिस अधीक्षक ने बताया कि स्थानीय पुलिस ने पुडुचेरी के संस्थान से संपर्क किया और प्रमाण पत्र में उल्लिखित आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर एस. मोहन से बात की तो उन्होंने प्रमाण पत्र को फर्जी बताया। उन्होंने बताया कि पुलिस कंपनी से भी संपर्क करने की कोशिश कर रही है।             

उल्लेखनीय है कि कैलिफोर्नियम एक मानव निर्मित सिंथेटिक रेडियोधर्मी पदार्थ है और न्यूट्रॉन का अच्छा स्रोत है, जिसके कारण यह परमाणु ऊर्जा संयंत्र में उपयोगी है। नमूनों में ट्रेस तत्वों का पता लगाने के अलावा यह मस्तिष्क और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के उपचार में भी उपयोगी है।


 


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Imran

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