''मैं उसका पहला मरीज, वो मेरी आखिरी डॉक्टर''- इंजीनियर ने लिया खौफनाक फैसला, सुसाइड नोट में लिखी हैरान कर देने वाली आखिरी ख्वाहिशें
punjabkesari.in Thursday, Aug 07, 2025 - 08:12 AM (IST)

Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में 30 वर्षीय इंजीनियर रोहित कुमार ने अपनी जान ले ली है। वह एक होटल के कमरे में फंदे से लटकता हुआ पाया गया। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट और एक पेन ड्राइव बरामद किया है, जिसमें उसने अपनी अंतिम इच्छा जाहिर की है। रोहित मेरठ का मूल निवासी था।
सुसाइड नोट में क्या लिखा है?
रोहित के सुसाइड नोट में उसने लिखा है, "मेरे मरने के बाद 13 दिन का झूठा ढोंग मत करना। घर पर सभी को बुलाओ और 13 दिन तक दिखावा करो। जैसे ही मेरी गुमशुदगी मान ली जाए, वैसे ही रहो। मेरी अंतिम इच्छा है कि मेरी लाश को परिवार या रिश्तेदारों को मत दो। या तो इसे दान कर दो या मेडिकल स्टूडेंट्स को दे दो। मेरा शरीर नहीं, बल्कि अंग दान कर दिए जाएं ताकि डॉक्टरों की पढ़ाई में मदद हो सके। मैं कहीं भी रह सकता हूं, लेकिन मेरा शरीर नहीं।"
पेन ड्राइव में क्या मिला?
रोहित की पास से मिली पेन ड्राइव में एक PDF फाइल थी, जिसमें सुसाइड नोट लिखा हुआ था। इसमें एक महिला डॉक्टर का नाम और उसका नंबर भी लिखा था, जो अभी किसी दूसरे जिले में काम कर रही हैं। पुलिस ने कहा कि यह मामला 4 अगस्त का है, जब रोहित ने आगरा के शाहगंज थाना क्षेत्र में अपने होटल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी लाश फंदे से लटकती हुई मिली। तुरंत ही उसकी बॉडी को वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ मौके से ले जाया गया। पुलिस की टीम मौके पर मौजूद थी और जांच कर रही है।
परिवार और जीवन के बारे में जानकारी
रोहित के पिता का नाम सलेख चंद है, जो विजिलेंस विभाग से पांच साल पहले रिटायर हो चुके हैं। उसकी मां लगभग दो साल पहले का देहांत हो चुका है। रोहित की शादी नहीं हुई थी और वह अपने घर पर ही रहता था। उसके एक भाई और दो बहनें हैं। भाई और बहनें दुबई में प्रोफेसर हैं। दोनों बहनों की शादी भी हो चुकी है।
शिक्षा और मानसिक स्थिति
रोहित ने गाजियाबाद से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। लेकिन लंबे समय से नौकरी नहीं मिल पाने के कारण उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसने अपने सुसाइड नोट में महिला डॉक्टर का जिक्र क्यों किया, इसका भी पता लगाया जा रहा है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है और आवश्यक कार्रवाई कर रही है।