ई-रिक्शा चालक का अनोखा शौक: गाना सुनने के चक्कर में चुरा लिया सिपाही का वायरलेस सेट, अब पहुंचा जेल
punjabkesari.in Monday, Jun 02, 2025 - 01:42 PM (IST)

Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज में एक ई-रिक्शा चालक को गाना सुनने का शौक इस कदर भारी पड़ गया कि उसे जेल की हवा खानी पड़ी। उसने एक पुलिसवाले का वायरलेस सेट सिर्फ इसलिए चुरा लिया क्योंकि वह उसे रेडियो समझ बैठा और गाने सुनना चाहता था। यह घटना प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन पर मौजूद जीआरपी थाने की है।
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, घटना 24 मई सुबह की है। प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर जीआरपी में तैनात सिपाही विपिन कुमार भारती ड्यूटी पर था। वह प्लेटफॉर्म पर बनी एक मजार के पास चबूतरे पर बैठा था। ड्यूटी के दौरान ही उसे झपकी लग गई और वह कुछ देर के लिए सो गया। जब वह उठा तो उसका वायरलेस सेट गायब था। वायरलेस सेट चोरी होने से सिपाही के होश उड़ गए। उसने तुरंत इस बात की सूचना अपने अधिकारियों को दी। पुलिस अधिकारियों ने इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए सिपाही को सस्पेंड कर दिया और अज्ञात चोर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
CCTV से मिला सुराग
घटना की जांच के लिए स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। वीडियो में एक व्यक्ति पुलिस का वायरलेस सेट लेकर जाता हुआ दिखा। जब आसपास के लोगों से पूछताछ की गई तो उस व्यक्ति की पहचान रामबाबू नाम के ई-रिक्शा चालक के रूप में हुई।
रेडियो समझकर चुरा लिया वायरलेस सेट
पुलिस ने जब रामबाबू की तलाश शुरू की तो पता चला कि वह गांव में घूम रहा है और उसके पास वही वायरलेस सेट भी है। पुलिस ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ की। पूछताछ में रामबाबू ने बताया कि उसे गाना सुनने का बहुत शौक है। घटना वाले दिन वह प्लेटफॉर्म पर सवारी के इंतजार में खड़ा था। तभी उसने देखा कि एक सिपाही सो रहा है और उसके पास एक डिवाइस (वायरलेस सेट) पड़ा है। उसे लगा कि यह कोई रेडियो है, जिससे गाने सुने जा सकते हैं। इसी लालच में उसने चुपचाप उसे उठा लिया।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
फिलहाल, पुलिस ने रामबाबू को गिरफ्तार कर लिया है और वायरलेस सेट भी बरामद कर लिया गया है। उसे जेल भेज दिया गया है। वहीं, जीआरपी के सिपाही को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने साफ संदेश दिया है कि ड्यूटी के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी जवानों को अपने उपकरणों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।