''अश्लील वीडियो देखते हो ना...अब हो चुके हो डिजिटल अरेस्ट'', साइबर ठगों ने खुद को बताया SP, पुलिस ने यूं बचाई लाखों की ठगी
punjabkesari.in Friday, Jun 20, 2025 - 11:01 AM (IST)

Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश में सोनभद्र जिले के अनपरा में रहने वाले एक निजी स्कूल के गणित शिक्षक के साथ साइबर ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां कुछ साइबर अपराधियों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर शिक्षक को झूठे आरोप में फंसाने की कोशिश की और डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 4 लाख रुपए मांग लिए। हालांकि, समय रहते बैंककर्मियों की सतर्कता और पुलिस की तुरंत कार्रवाई से यह ठगी रोक ली गई और शिक्षक के पैसे सुरक्षित बच गए।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
अनपरा तापीय परियोजना कॉलोनी में रहने वाले गणित शिक्षक धर्मेंद्र कुमार मिश्रा को एक दिन एक अनजान फोन कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई के ठाणे जिले का एसपी (पुलिस अधीक्षक) बताया और कहा कि शिक्षक पर अश्लील वीडियो देखने का आरोप है। इसके बाद उस व्यक्ति ने व्हाट्सएप पर एक फर्जी गिरफ्तारी वारंट भेजा और कहा कि अगर गिरफ्तारी से बचना है तो 4 लाख रुपए देने होंगे। डर के मारे शिक्षक ने एचडीएफसी बैंक से लोन लेने की कोशिश की ताकि पैसे ठगों को दे सकें। लेकिन यहीं से कहानी ने मोड़ लिया।
बैंककर्मियों की सतर्कता बनी शिक्षक का बचाव
शिक्षक जब बैंक पहुंचे तो वहां मौजूद कुछ बैंक कर्मचारी उनके पुराने छात्र भी थे। उन्होंने जब शिक्षक से लोन लेने की वजह पूछी, तो वो ठीक से कुछ बता नहीं पाए और उनके हाव-भाव देखकर बैंककर्मियों को शक हुआ। शक होते ही बैंककर्मियों ने स्कूल प्रबंधन को खबर दी, और स्कूल वालों ने तुरंत पुलिस को सूचित कर दिया।
पुलिस ने ट्रेस किया मोबाइल, बैंक खातों को कराया सीज
इसी दौरान शिक्षक की बेटी ने पुलिस में मोबाइल चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जब पुलिस ने सर्विलांस के जरिए फोन की लोकेशन ट्रेस की तो पाया गया कि उसी मोबाइल से ठग शिक्षक से बातचीत कर रहे थे, और वह मोबाइल शिक्षक के घर पर ही था। तुरंत कार्रवाई करते हुए अनपरा पुलिस ने एचडीएफसी और केनरा बैंक के खातों को सीज करा दिया, जिससे पैसे ठगों तक पहुंचने से बच गए। साथ ही शिक्षक का मोबाइल भी फॉर्मेट कर दिया गया, ताकि ठगों के पास कोई डेटा या जानकारी ना रहे।
पुलिस की अपील- अनजान कॉल्स से रहें सावधान
पिपरी क्षेत्राधिकारी (CO) अमित कुमार ने बताया कि थाना प्रभारी शिवप्रताप वर्मा की टीम ने समय रहते कार्रवाई कर दी, जिससे शिक्षक के पैसे सुरक्षित बचा लिए गए। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कभी भी किसी अनजान कॉल या धमकी पर भरोसा न करें, और अगर कोई ऐसा मामला हो तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दें।