सनातन धर्म विवादः संत परमहंस आचार्य बोले- अगर 10 करोड़ उदयनिधि का सिर काटने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, तो मैं इनाम बढ़ा दूंगा
punjabkesari.in Wednesday, Sep 06, 2023 - 10:27 AM (IST)

अयोध्या: तमिलनाड़ के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से की है। उन्होंने कहा है कि ,‘‘सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि, इसे समाप्त ही कर देना चाहिए। मंत्री के इस बयान पर विवाद बढ़ गया है। भाजपा के साथ साथ अन्य कई दलों के नेताओं ने बयान को अपमानजनक बताया है। साधु-संतों ने भी इसपर गहरी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
'अगर 10 करोड़ उदयनिधि का सिर काटने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, तो मैं इनाम बढ़ा दूंगा
अयोध्या के संत परमहंस आचार्य ने एक दिन पहले उदयनिधि स्टालिन का सिर काटने वाले को 10 करोड़ रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था। मंगलवार को संत परमहंस ने फिर कहा- 'अगर 10 करोड़ रुपये उदयनिधि का सिर काटने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, तो मैं इनाम बढ़ा दूंगा, लेकिन 'सनातन धर्म' का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देश में जो भी विकास हुआ है वह सनातन धर्म की वजह से हुआ है। उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने देश के 100 करोड़ लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।'
अगर किसी ने स्टालिन को मारने की हिम्मत नहीं की तो मैं खुद उन्हें मारूंगा
इसमे पहले सोमवार को संत परमहंस ने कहा था कि स्टालिन का सिर काटकर मेरे पास लाने वाले को 10 करोड़ रुपये नकद इनाम दूंगा। अगर किसी ने स्टालिन को मारने की हिम्मत नहीं की तो मैं खुद उन्हें दुनिया के किसी भी कोने से ढूढूंगा और मार डालूंगा।
क्या कहा था उदयनिधि स्टालिन ने?
गौरतलब है कि उदयनिधि ने सनातन उन्मूलन सम्मेलन में कहा था,‘‘सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि, इसे समाप्त ही कर देना चाहिए। सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे मिटाना है, इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है।''