सरकार बनाए हुए पूरी नजर...UP में गंगा किनारे के इलाके में 1000 कि.मी. तक हाई अलर्ट

punjabkesari.in Monday, Feb 08, 2021 - 05:10 PM (IST)

नई दिल्ली: चमौली जिले के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटकर ऋषिगंगा नदी में गिरने पूरे इलाके में बाढ़ आ गई है। जिससे बड़ी संख्या में तबाही हुई है। अब इस बाढ़ के प्रभाव को देखते हुए उत्तरप्रदेश सरकार ने गंगा किनारे के इलाके में 1000 कि.मी. तक हाई अलर्ट जारी किया है। उत्तरप्रदेश सरकार ने गंगा किनारे के अधिकांश हिस्सों को खाली करा लिया है। बता दें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी हाल में चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि गंगा नदी में अलकनंदा नदी भी मिलती है इसलिए गंगा के किनारों का विशेष ध्यान रखा जाए।  

बता दें कि उत्तराखण्ड में ग्लेशियर टूटने के बाद आई बाढ़ के बाद उत्तरप्रदेश सरकार ने भी इसे गंभीरता से लिया है और सरकार ने यूपी के गंगा किनारे स्थित 11 मंडलों  और 27 जिलों को हाईएलर्ट पर रखा है। सरकार ने इन जिले के जिलेधिकारियों समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों को एलर्ट कर दिया है और इन्हें गंभीरता से नजर बनाए रखने के लिए कहा है। पुलिस अधिकारी भी लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। इस पूरी घटना के बाद उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार उत्तराखंड सरकार की हरसंभव आवश्यक मदद देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। और इन नागरिकों के प्रति हमारी संवेदना है।

अभी तक उत्तराखंड के चमोली जिले में प्राकृतिक आपदा से भारी तबाही मची। इस घटाना में अब तक 19 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं बड़ी संख्या में लोग घायल हुए है। जबकि 203 लोग लापता हैं। चमोली जनपद में ग्लेशियर फटने से ऋषिगंगा नदी में अचानक जबरदस्त सैलाब आने के कारण 2 पॉवर प्रोजैक्ट पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और वहां काम करने वाले लगभग 125 अधिक मजदूर लापता हैं।

घटना रविवार की सुबह करीब साढ़े 9 बजे की है। सी.एम. त्रिवेन्द्र रावत ने बताया कि चमोली जिले में रेनी गांव से ऊपर उच्च हिमालय क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने के कारण ऋषिगंगा नदी में अचानक जबरदस्त बाढ़ आ गई। घटना के समय इसी गांव के पास स्थित 13 मैगावाट के ऋषि गंगा पावर प्रोजैक्ट में 36 मजदूर काम कर रहे थे। यहां 4 पुलिसवालों की ड्यूटी भी लगी थी। पानी के तेज बहाव में सभी बह गए। 2 पुलिसवालों ने भागकर अपनी जान बचाई। 5 किलोमीटर नीचे धौलीगंगा के समीप एन.टी.पी.सी. का पावर प्रोजैक्ट बन रहा है। यहां लगभग 175 मजदूर काम कर रहे थे। ग्लेशियर फटने के कारण ऋषिगंगा नदी में पैदा हुआ सैलाब तबाही मचाता हुआ यहां तक आ पहुंचा। 35 से 40 के करीब मजदूर काम छोड़कर सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए। 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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