8 साल में 230 दुर्दांत अपराधी ढेर, 142 आतंकी मॉड्यूल ध्वस्त... UP में योगी सरकार का आतंक की जड़ तक वार!

punjabkesari.in Tuesday, May 13, 2025 - 07:26 AM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले 8 वर्षों में आतंकवादियों के 142 ‘स्लीपिंग मॉड्यूल' (आतंकवादियों के सहयोगी) गिरफ्तार किए और 1 आतंकवादी को मार गिराया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। भारत द्वारा आतंकवाद के खिलाफ चलाए जा रहे “ऑपरेशन सिंदूर” के बीच यहां जारी एक बयान में दावा किया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले 8 वर्षों में ना केवल अपराधियों की कमर तोड़ी बल्कि उत्तर प्रदेश में आतंकवादी संगठनों के ‘स्लीपिंग मॉड्यूल' (सहयोगी) और असामाजिक तत्वों को भी पूरी तरह से नेस्तनाबूद कर दिया है। बयान में कहा गया है कि इस दौरान आदित्यनाथ सरकार ने ना सिर्फ आतंकियों के नेटवर्क को ध्वस्त किया बल्कि आतंकवाद का वित्त पोषण, धार्मिक उन्माद, फर्जी दस्तावेज व विदेशी घुसपैठ पर भी प्रहार किया।

230 अपराधी ढेर, 142 आतंकी सहयोगी दबोचे; ATS का आतंक पर सीधा वार
बयान के मुताबिक, उप्र सरकार ने पिछले 8 वर्षों में जहां एक ओर 230 दुर्दांत अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर किया, वहीं दूसरी ओर आतंकवादी संगठनों के 142 सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। इसमें कहा गया है कि इनमें से 131 सहयोगी आतंकवादी संगठनों के सदस्यों को पनाह देने के साथ-साथ उन्हें गोपनीय सूचनाएं पहुंचाते थे जबकि एक आतंकवादी को मुठभेड़ में मार गिराया।

आतंकी फंडिंग से विदेशी घुसपैठ तक, 'जीरो टॉलरेंस' नीति पर योगी सरकार का एक्शन
बयान के मुताबिक, आतंकवादी संगठनों का वित्त पोषण करने वाले 11 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। इसमें कहा गया है कि 2017 में उप्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद आदित्यनाथ ने ‘जीरो टॉलरेंस' नीति के तहत अपराध, अपराधियों, आतंकवादी संगठनों के ‘स्लीपिंग मॉड्यूल', आतंकवाद का वित्त पोषण व विदेशी घुसपैठ पर करारा प्रहार करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश की धरती पर ना तो आतंकवाद और ना ही देशविरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों को बर्दाश्त किया जाएगा। इसके बाद एटीएस (उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता) ने पूरे प्रदेश में अभियान चलाकर आतंकी संगठनों के ‘स्लीपिंग मॉड्यूल' पर शिकंजा कसा।

ISIS से PFI तक का नेटवर्क ध्वस्त, नकली नोट और सांप्रदायिक उन्माद पर भी चोट
बयान के मुताबिक, आतंकवादी संगठनों के जिन ‘स्लीपिंग मॉड्यूल' को गिरफ्तार किया गया, वह आईएसआईएस, नक्सलवादी व पीएफआई समेत अन्य संगठनों से ताल्लुक रखते थे। वक्तव्य में कहा गया कि इसके अतिरिक्त भारतीय जाली मुद्रा के मामलों में 41 गिरफ्तारियां की गयी और 47.03 लाख रुपए की नकली मुद्रा बरामद की गई है। इसमें कहा गया है कि अयोध्या में राम मंदिर को लेकर धार्मिक उन्माद फैलाने में लिप्त अभियुक्तों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। इन मामलों में एटीएस ने एक गिरफ्तारी की।

रोहिंग्या-बांग्लादेशी, धर्मांतरण सिंडिकेट और चीनी साइबर गैंग पर ATS की कड़ी नजर
बयान में कहा गया कि प्रदेश में गैरकानूनी तरीके से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों पर भी एटीएस की पैनी नजर है। इसके मुताबिक, इस अवधि में 173 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते थे। बयान में कहा गया है कि धर्मांतरण से जुड़े ‘सिंडिकेट' पर भी करारा वार किया गया और 20 से अधिक अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। इसके मुताबिक, साइबर ठगी की गतिविधियों में लिप्त गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिनमें 4 चीनी और 15 भारतीय आरोपी हैं।


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Content Editor

Anil Kapoor

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