कोहरे ने मचाई तबाही! ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर एक के बाद एक भिड़ीं 12 गाड़ियां —ग्रेटर नोएडा में सुबह-सुबह भीषण हादसे से हड़कंप
punjabkesari.in Monday, Dec 15, 2025 - 02:05 PM (IST)
Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा के ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर सोमवार सुबह घने कोहरे के कारण बड़ा सड़क हादसा हो गया। दनकौर थाना क्षेत्र में कोहरे की वजह से विजिबिलिटी बेहद कम थी, इसी दौरान करीब 12 वाहन एक-दूसरे से टकरा गए। हादसे में कई लोग घायल हो गए, जिन्हें पुलिस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कोहरे के कारण हुआ हादसा
पुलिस के अनुसार यह दुर्घटना उस समय हुई, जब वाहन पलवल से ग्रेटर नोएडा की ओर आ रहे थे। अचानक घने कोहरे में आगे चल रहे वाहनों का अंदाजा नहीं लग सका और एक के बाद एक कई गाड़ियां टकरा गईं। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बाहर निकालकर एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया गया। बाद में क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाकर यातायात सुचारु कराया गया।
तीन दिनों में तीसरी घटना
बताया जा रहा है कि यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले शनिवार और रविवार को भी ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर इसी तरह के हादसे हो चुके हैं। लगातार घने कोहरे के कारण हाईवे पर वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
घने कोहरे से ट्रैफिक पर असर
पिछले तीन दिनों से नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घना कोहरा छाया हुआ है। सोमवार सुबह कई इलाकों में विज़िबिलिटी लगभग शून्य रही। इसका सीधा असर यमुना एक्सप्रेसवे और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर भी देखने को मिला।
काफिले में निकाले जा रहे वाहन
सुरक्षा को देखते हुए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट से यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों को काफिले (कॉन्वॉय) के रूप में निकालने का फैसला किया है। जीरो पॉइंट पर पुलिस और ट्रैफिक विभाग की टीमें तैनात हैं। माइक से लगातार अनाउंसमेंट कर वाहन चालकों को सतर्क किया जा रहा है। एक बार में करीब 10 से 15 वाहनों को काफिले में रवाना किया जा रहा है।
स्पीड लिमिट कम, 15 फरवरी तक नियम लागू
प्रशासन ने घने कोहरे को देखते हुए यमुना एक्सप्रेसवे, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और एलिवेटेड रोड पर वाहनों की स्पीड लिमिट भी कम कर दी है। यह नई स्पीड लिमिट 15 फरवरी तक लागू रहेगी। प्रशासन का कहना है कि इन कदमों का मकसद कोहरे और जीरो विज़िबिलिटी के कारण होने वाले बड़े हादसों को रोकना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

