15 हजार की नौकरी...26 करोड़ा का इनकम टैक्स, एक गरीब के नाम से 2 बड़ी कंपनी...नोटिस में अपनी कमाई जानकर हैरान हो गया कर्मचारी
punjabkesari.in Tuesday, Apr 08, 2025 - 02:27 PM (IST)

हरदोई (मनोज तिवारी): उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के पाली थाना क्षेत्र के रहने वाले और दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करने वाले एक युवक को आयकर विभाग ने 26 करोड़ का नोटिस भेजा है। इस नोटिस में जिक्र किया गया है कि वह दो कंपनियों का मालिक है। नोटिस मिलने के बाद वह परेशान है और अपनी शिकायत दर्ज कराते घूम रहा है। नोटिस में उसके नाम पर हरियाणा और महाराष्ट्र के पुणे में दो कंपनियां चल रही हैं जिन दोनों कंपनियों पर यह टैक्स बकाया है ऐसा नोटिस में बताया गया है।
पाली थाना क्षेत्र के अतर्जी गांव निवासी राजेश कुमार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 26 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है। दरअसल राजेश भूमिहीन है और दिल्ली की करोल बाग में एक प्राइवेट कंपनी में महज 15 हजार रुपये महीने की नौकरी करता है। राजेश को जब यह नोटिस मिला है तो वह अब इस नोटिस पर परेशान है उसे यह तक नहीं मालूम कि यह सब कैसे हुआ और शिकायत कहां दर्ज कराएं। उसने आयकर विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की और बताया कि उसकी को फर्म नहीं है, वह मजदूर है साथ ही आरोप लगाया कि आधार कार्ड व अन्य दस्तावेजों का इस्तेमाल कर उसके नाम से किसी ने कंपनियां खोल ली हैं। राजेश ने बताया कि वह वर्ष 2019 में दिल्ली गया था और दिल्ली में रहकर 2022 से एक मोबाइल कंपनी में नौकरी कर रहा है इससे पहले भी वह दो कंपनियों में काम कर चुका है, जहां उसे आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज जमा कराए गए थे।
हरियाणा, महाराष्ट्र में दो बड़ कंपनिया
राजेश के मुताबिक नोटिस में उसके नाम हरियाणा और महाराष्ट्र में मेटल बर्ड नाम से दो कंपनियां हैं। पीड़ित का आरोप है कि उसके दस्तावेज का गलत प्रयोग तीनों कंपनियों में से किसी ने किया,यहां उसे दस्तावेज जमा कराए गए थे. बीती 2 अप्रैल को डाक द्वारा उसके घर एक पत्र आया, तब वह दिल्ली में था। परिजनों ने गांव वालों को दिखाने के बाद नोटिस की फोटो उसे व्हाट्सएप पर भेजी जिसे उसने साथी कर्मचारियों को दिखाया तो पता चला कि आयकर विभाग ने 25,97,19,897 रुपये टैक्स बकाया होने पर नोटिस भेजा है। नोटिस 18 मार्च को हरदोई के इनकम टैक्स ऑफिस से भेजा गया 27 मार्च तक जवाब भी मांगा गया था। राजेश 6 अप्रैल को घर आया और इनकम टैक्स अफसरों से गुहार लगाई, जिस पर उन्होंने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराने की सलाह देकर पल्ला झाड़ लिया।