सहारनपुर में दिल्ली-देहरादून राजमार्ग निर्माण के दौरान हुआ बड़ा हादसा, खंभा गिरने से 2 मजदूर घायल... होगी जांच
punjabkesari.in Monday, Mar 24, 2025 - 07:34 AM (IST)

Saharanpur News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में निर्माणाधीन दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर रविवार को एक खंभा गिरने से 2 मजदूरों के पैर में चोट लग गई। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। देवबंद के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) रविकांत पाराशर ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि एक खंभा मशीन की मदद से एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा था, तभी 2 मजदूरों के पैर में चोट लग गई। हो सकता है कि खंभा खिसक गया हो। इनमें से एक मजदूर का पैर टूट गया है।
सहारनपुर में दिल्ली-देहरादून राजमार्ग निर्माण के दौरान हुआ बड़ा हादसा
यह पूछे जाने पर कि क्या खंभे के नीचे अब भी कोई फंसा हुआ है, पाराशर ने कहा कि एनएचएआई (अधिकारी) कह रहे हैं कि खंभे के नीचे कोई नहीं फंसा है। लेकिन फिर भी हम इसकी जांच करेंगे। रविवार देर रात भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक नरेंद्र सिंह ने पत्रकारों को बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा क्रियान्वित दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा परियोजना के अंतर्गत देवबंद नहर पर फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है, जो सहारनपुर जिले में स्थित है।
खंभा गिरने से 2 मजदूर घायल
सिंह ने बताया कि इस कार्य के लिए 13 मार्च से 15 दिन की नहर बंदी स्वीकृत की गई थी, जिसके तहत 23 मार्च को गार्डर लांचिंग की प्रक्रिया की जा रही थी। उन्होंने बताया कि गार्डर लांचिंग के दौरान क्रेन का तार टूट गया और एक गार्डर गिर गया, साथ ही पहले से लांच किए गए 4 अन्य गार्डर भी गिर गए, जिससे पांचों गार्डर क्षतिग्रस्त होकर नीचे गिर गए। उन्होंने यह भी कहा कि इससे यह स्पष्ट है कि यह घटना तकनीकी रूप से क्रेन के तार खराब होने के कारण हुई है न कि गार्डरों की गुणवत्ता में किसी कमी के कारण।
घटना की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति की गई गठित
सिंह ने कहा कि सौभाग्य से परियोजना के ठेकेदार ने पहले ही यातायात डायवर्जन की उचित व्यवस्था कर रखी थी, जिसके कारण कोई जनहानि नहीं हुई। घटनास्थल पर 2 मजदूरों को मामूली चोटें आई हैं, जिनका उपचार ठेकेदार द्वारा अपने खर्च पर कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मुख्यालय नई दिल्ली द्वारा एक विशेषज्ञ समिति गठित की गई है, जो घटनास्थल का दौरा कर घटना के कारणों की विस्तृत तकनीकी जांच कर अपनी रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंपेगी।