विदेश से घर आ रहे 5 युवक अगवा: खुद को जांच एजेंसी का अधिकारी बताकर जंगल ले गए... पुलिस मुठभेड़ से रेस्क्यू; सोना तस्करी से जुड़े होने का शक!
punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 04:31 PM (IST)

Moradabad News, (सागर रस्तौगी): विदेश में नौकरी कर घर आ रहे युवक और उसके 5 साथियों को जांच एजेंसी का अधिकारी बताकर दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाइवे से अपहरण कर लिया गया। पांच युवकों को दो कारों में डाल लिया गया। मिली जानकारी के अनुसार ये 5 लोग विदेश से नौकरी करके अपने घर जा रहे थे। इनको रास्ते से ही उठा लिया गया। बदमाश इन पांचों लोगों को जंगलों में ले गए। जहां पर पुलिस ने इन बदमाशों को घेर लिया और दो बदमाशों को एनकाउंटर के दौरान गिरफ्तार किया है। पुलिस को शक है कि ये मामला सोना तस्करी से जुड़ा हो सकता है। इसी को आधार मानकर पुलिस विदेश से आये युवक के शरीर का एक्सरे करा रही है।
मुरादाबाद में बीते दिनों एक सोना तस्करी का मामला सामने आया था जिसमें कुछ डॉक्टरों द्वारा एक युवक के पेट का ऑपरेशन कर सोना निकाला गया था। इस घटना ने सभी को चौंका दिया था, टांडा निवासी एक युवक का मुरादाबाद के एक नामचीन अस्पताल में हर्निया बताकर उसका ऑपरेशन कर दिया गया, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। उस युवक के पेट से लगभग 600 ग्राम सोना निकाला गया था। डॉक्टरों ने ऑपरेशन के जरिए उसके पेट से सोने के कैप्सूल निकाले, जो उस युवक को लिक्विड फॉम में खिलाए गए थे। इसके बाद डीआईजी रेंज को लिखित शिकायत देकर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की गई थी।
आलम के पिता ने देश के सभी बड़े नेताओं को घटना से अवगत कराया
मुरादाबाद के एक मशहूर अस्पताल में भर्ती हुए आलम पुत्र शकील को भी विदेश से सोना खिलाकर यहां लाया गया था। उसको मल के रास्ते सोना निकालने की दवाई दी गई जब बात नहीं बनी तो उसका ऑपरेशन कर दिया गया। ऑपरेशन के बाद आलम की मौत हो गई। इसके बाद आलम के पिता ने देश के सभी बड़े नेताओं को घटना से अवगत कराया लेकिन आरोपी आज भी खुले में घूम रहे हैं। रामपुर जनपद के टांडा निवासी शफीक ने आलाधिकारियों को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया था कि टाण्डा में खाड़ी देशों से और खासकर दुबई से लम्बे समय से सोने तस्करी की जा रही हैं। सोना तस्कर टाण्डा नगर के युवाओं को कुछ पैसों का लालच देकर दुबई व खाड़ी के अन्य देशों में भेज देते हैं और वहां से ये लोग इन युवाओं को सोना खिलाकर भारत लाते है और यहाँ के झोलाछाप डॉक्टर से दस्त की दवाई खिलाकर मल द्वारा सोने को बाहर निकालते हैं। अगर सोना झोलाछाप डॉक्टर की दवाई से नही निकलता है तों इसके लिए ये लोग इन युवाओं को डॉक्टर जुहैब नसीम जोकि गाँधीनगर मुरादाबाद में है, उनसे आपरेशन के जरिये निकलवा लेते हैं।
जानिए, कैसे करते हैं सोने की तस्करी
पीड़ित ने दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि घटना बीती 1 जनवरी की बताई गई है। ये सोना तस्कर आलम पुत्र शकील को दुबई से सोना खिलाकर भारत लाए थे, जिसको दस्त लगने की दवाई दी गई थी। जब दस्त से भी सोना नहीं निकला तो ये लोग आलम को डॉक्टर जुहेब नसीम के यहाँ ले गए और उसका ऑपरेशन करा दिया। ऑपरेशन के दौरान युवक की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार ये युवक एक झोलाछाप डॉक्टर इरफान के क्लीनिक में कई दिन भर्ती रहा था। जब इस डॉक्टर से सोना मल के रास्तें बाहर नहीं निकला तो ये तस्कर इस युवक को डॉक्टर जुहैब नसीम के अस्पताल गांधीनगर ले आए थे।
पिछले वर्ष लगभग 29 युवा एयपोर्ट लखनऊ से भागे थे
इन सोना तस्करों ने सोना निकलवाने के चक्कर में एक और युवक इमरान पुत्र युसुफ का भी ऑपरेशन कराकर सोना निकालवाया गया है। शिकायती पत्र में बताया गया है कि एक युवक के पेट में लगभग 700 से 800 ग्राम तक सोना होता है। पिछले वर्ष लगभग 29 युवा एयपोर्ट लखनऊ से भागे थे, जिसके बाद 08 कस्टम अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था। ये युवा इन्ही तस्करों द्वारा भेजे गए थे। आजकल ये तस्कर इन युवाओं को मुम्बई एयरपोर्ट पर उतार रहें है। ये तस्कर पैसा हवाला द्वारा विदेशों में भेजते हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि टाण्डा रामपुर के ऐसे युवाओं की सूची तैयार की जाए जो विदेश से लौटे हैं, उनकी जाँच कराई जाए तो आज भी उन यात्रियों के पेट में सोना मिल जाएगा। आज भी टाण्डा के 20 से 25 युवा पेटों में सोना लेकर धूम रहे हैं।