गोरखपुर में 750 बोरी जहरीला भुना चना बरामद! चने के नाम पर परोसा जा रहा ''कैंसर'', लोगों की जान पर मंडरा रहा गंभीर खतरा
punjabkesari.in Thursday, Dec 18, 2025 - 08:33 AM (IST)
Gorakhpur News: अगर आप मार्केट का भुना चना खाते हैं तो सावधान हो जाइए। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में खाद्य विभाग ने सिंथेटिक युक्त 750 बोरी भुना चना बरामद किया है, जो खाने योग्य नहीं है। जांच में पता चला कि इसे खाने से लिवर और किडनी डैमेज, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। खाद्य विभाग ने इस जहरीले चने को सीज कर दिया है और इसके बिक्री पर पूरी तरह रोक लगा दी है। सहायक खाद्य आयुक्त सुधीर सिंह ने बताया कि यह खेप मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से लायी गई थी। फिलहाल पूरा नेटवर्क खंगाला जा रहा है। जो लोग इसे बेचते पाए जाएंगे, उनके लाइसेंस रद्द किए जाएंगे और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजघाट इलाके के गोदाम से हुई बरामदगी
गोरखपुर के राजघाट इलाके में खाद्य विभाग ने मेसर्स मां तारा ट्रेडर्स के गोदाम से 750 बोरी भुना चना बरामद किया। जांच में पता चला कि चने को पीला करने के लिए कपड़े रंगने वाली ‘सिंथेटिक एलो डाई’ का इस्तेमाल किया गया था। यह रसायन खाने योग्य नहीं है और बच्चों, गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद घातक है। इसके सेवन से कैंसर, लिवर और किडनी फेलियर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। सहायक आयुक्त सुधीर सिंह ने कहा कि लोग आमतौर पर चने को स्वास्थ्यवर्धक मानते हैं, लेकिन इस जहरीले चने की सप्लाई से लोगों की जान को गंभीर खतरा था।
एमपी-छत्तीसगढ़ से हो रही थी सप्लाई
जांच में सामने आया कि यह जहरीला चना मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से दो ट्रकों में भरकर लाया गया था। गोरखपुर से इसे देवरिया, बस्ती, आजमगढ़, मऊ और सिद्धार्थनगर समेत कई जिलों में सप्लाई किया जाना था। विभाग ने मौके से 750 बोरी चना (प्रति बोरी 40 किलो) जब्त कर फौरन बिक्री रोक दी।
पूरे प्रदेश में विशेष जांच अभियान
खाद्य सहायक आयुक्त ने कहा कि मिलावटखोरों के खिलाफ पूरे प्रदेश में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पकड़े गए चने के दो नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं, जिसमें मिलावट की पुष्टि हो चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि जहां-जहां भी इस जहरीले चने का नेटवर्क फैला है, वहाँ छापेमारी और सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को रोका जा सके।

