PhD में नहीं मिला दाखिला, धरने पर बैठी छात्रा बोली- 15वा रैंक छोड़कर 18 रैंक वाले का BHU कर रहा एडमिशन
punjabkesari.in Friday, Apr 18, 2025 - 07:02 PM (IST)

वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University ) में एडमिशन को लेकर आज कल सुर्खियों हैं, दरअसल, एक छात्रा नें दाखिले को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया है। छात्रा का आरोप है कि 15 रैंक होने के बावजूद भी उसे पीएचडी में एडमिशन नहीं मिला रहा है जबकि 18 रैंक वाले छात्र का विभाग दाखिला ले रहा है। जिससे नाराज छात्रा धरने पर बैठ गई है। छात्रा के समर्थन में कई छात्र भी धरने पर बैठ गए हैं। EWS छात्रा अर्चिता सिंह का आरोप है कि BHU प्रशासन अब 18 रैंक वाले ABVP नेता आदित्य त्रिपाठी को दाखिला देना चाह रहा है।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, र्चिता सिंह, पुत्री अजय सिंह, ने शोध प्रवेश परीक्षा (RET 2024-2025) में हिंदी विभाग के अंतर्गत EWS कोटे में 5 मार्च 2025 को साक्षात्कार दिया था। उन्होंने बताया कि उस समय नवीनतम EWS प्रमाण पत्र उपलब्ध न होने के कारण विगत वर्ष का प्रमाण पत्र जमा किया गया था। इसके बाद विभाग द्वारा निर्धारित समयसीमा के भीतर, 29 मार्च को मेल के माध्यम से और 1 अप्रैल को भौतिक रूप से विभाग में प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर दिया गया।
प्रतीक्षा सूची में पहले स्थान पर हैं र्चिता सिंह
अर्चिता ने आरोप लगाया कि दस्तावेज जमा करने के बावजूद उनका परिणाम जारी नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि वह प्रतीक्षा सूची में पहले स्थान पर हैं और यदि सूची जारी होती है, तो उनका प्रवेश सुनिश्चित हो सकता है। उन्होंने कुलपति, रजिस्ट्रार, एकेडमिक रजिस्ट्रार और यूजीसी समन्वयक तक को पत्र भेजा, लेकिन अब तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला।
छात्रा ने अनदेखी का लगाया आरोप
धरना दे रही छात्रा का कहना है कि अन्य चयनित अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए 15 अप्रैल 2025 को बुलाया गया, लेकिन उन्हें नजरअंदाज किया गया। उनका कहना है कि नियमों के तहत सभी दस्तावेज तय समय पर जमा कर दिए गए, इसके बावजूद प्रशासन उनकी अनदेखी कर रहा है। छात्रा ने विश्वविद्यालय प्रशासन से अपील की है कि प्रतीक्षा सूची का परिणाम जल्द जारी कर उन्हें प्रवेश दिलाया जाए, हालांकि इस मामले में अब तक विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से किसी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।