अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को मिली बड़ी सफलता, रिसर्च में मिला कैंसर का इलाज!... मरीजों को नई उम्मीद

punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 08:01 PM (IST)

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के शोधकर्ताओं ने स्तन कैंसर अनुसंधान में बड़ी सफलता हासिल की है। एएमयू की कंप्यूटर साइंस विभाग की शोधार्थी गजाला सुल्तान ने अपने अध्ययन में एक नया वायरस एमयूपीपी-1 जीन खोजा है। यह खोज स्तन कैंसर पीड़ित महिलाओं के इलाज को आसान और तेज बनाने में मददगार साबित होगी।

तीन साल का गहन शोध
गजाला सुल्तान ने तीन साल तक 100-100 स्तन कैंसर रोगियों और स्वस्थ महिलाओं के नमूनों का तुलनात्मक अध्ययन किया। इस दौरान बल्क आरएनए-सीक्वेंसिंग, सिंगल-सेल आरएनए-सीक्वेंसिंग, माइक्रोरेरी और एक्सोम सीक्वेंसिंग तकनीक का उपयोग किया गया। शोध में नेक्स्ट-जनरेशन सीक्वेंसिंग (एनजीएस) तकनीक से कैंसर कोशिकाओं की जटिल संरचना और विविधता का पता चला। यह तकनीक कैंसर जीनोम की गहराई से जांच करने की क्षमता रखती है।

मशीन लर्निंग से मिला नया मॉडल
अध्ययन में मशीन लर्निंग आधारित मॉडल भी विकसित किया गया, जिससे कैंसर कोशिकाओं के छिपे हुए पैटर्न और फैलाव की प्रक्रिया को गहराई से समझा जा सका। विशेषज्ञों के मुताबिक यह तकनीक कैंसर के इलाज के लिए नए ड्राइवर जीन की पहचान आसान बनाएगी।

दो नए संसाधन तैयार
बीआरसीएएफईएम डेटाबेस : इसमें स्तन कैंसर से जुड़े जीन, उनकी भूमिका, दवाओं की संरचना और क्लिनिकल डेटा शामिल किया गया है। यह शोधकर्ताओं और आम लोगों के लिए जानकारी का उपयोगी स्रोत बनेगा। जेईएनईएक्सएटी टूल : यह ओमिक्स डेटा का विश्लेषण और विजुअलाइजेशन करने की सुविधा देता है। इसमें हीटमैप, नेटवर्क प्लॉट्स, पीसीए, सर्वाइवल एनालिसिस जैसे फीचर्स मौजूद हैं। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि जैविक शोधकर्ता बिना प्रोग्रामिंग सीखे बड़े डेटा का विश्लेषण कर पाएंगे।

प्रोफेसर की प्रतिक्रिया
एएमयू के कंप्यूटर साइंस विभाग की प्रोफेसर स्वालेहा जुबैर ने कहा कि यह खोज कैंसर के इलाज में नई संभावनाएं खोलेगी और शोधकर्ताओं को कैंसर जीन की गहराई से जांच करने का अवसर देगी।

 


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Content Writer

Ramkesh

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