अमेठी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का वीडियो वायरल, सीएचसी अधीक्षक सवालों के घेरे में
punjabkesari.in Saturday, Aug 19, 2023 - 03:25 PM (IST)

Amethi News: उत्तर प्रदेश में अमेठी के स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को उजागर करता वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें जगदीशपुर सामुदायिक स्वास्थ्य विभाग (सीएचसी) के अधीक्षक का कार चालक उनके लिखे पर्चे पर दवा बांटता दिखाई दे रहा है। वीडियो में एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के लिखे पर्चे की दवा एक बाहरी युवक बांट रहा है। वीडियो में दवा बांट रहा युवक सीएचसी अधीक्षक का निजी चालक होने का दावा कर रहा है। स्थानीय लोगों में मामले को लेकर आक्रोश दिखाई पड़ रहा है। अव्यवस्थाओं को लेकर सीएमओ अमेठी ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।
मामला संज्ञान में आने के बाद उठ रहा यह बड़ा सवाल
अब बड़ा सवाल यह है कि बाहरी युवक जिस तरीके से दवा मरीजों को दे रहा है, यदि किसी के साथ कोई अनहोनी हो जाय तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। बताया जा रहा है कि ऐसे आधा दर्जन से अधिक लोग है जो अस्पताल में मरीजों को इंजेक्शन वा दवा देने का काम करते है। वहीं विभाग के जिम्मेदार इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय संरक्षण देते हैं। स्थानीय निवासी सचिन सिंह ने बताया कि उसकी मां की तबीयत खराब थी। अपनी मां को लेकर वह यहां आया था। जहां इमरजेंसी में एडमिट कर इलाज शुरू हुआ। सचिन सिंह ने कहा कि यहां दवा देने वाले, इंजेक्शन लगाने वाले बाहरी लोग थे जो यहां के स्टाफ ही नहीं थे। अगर उनसे पूछो कि कौन हो आप लोग तो उन्होंने कहा हम डॉक्टर के खास हैं। वहीं कोई खुद को डॉक्टर का ड्राइवर बता रहा था।
ऐसे लोग बख्शे नहीं जाएंगे हम जांच करवा कर कठोर कार्रवाई करेंगे: अमेठी सीएमओ
पीड़ित ने आरोप लगाया कि डॉक्टर के लिखे पर्चे पर मरीजों को दवा लिख रहे यह लोग सबकी जिंदगियों से खेल रहे हैं। हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चाहते हैं कि जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। जिससे मरीजों की जान से जो खिलवाड़ हो रहा है उस पर रोक लग सके। पूरे मामले में अमेठी सीएमओ ने कहा अगर सीएचसी में बाहरी लोग दवा बांट रहे हैं, इंजेक्शन लगा रहे हैं तो यह गलत है। इसकी जांच करवा कर कठोर कार्रवाई करेंगे। प्रकरण संज्ञान में आया है ,जांच रिपोर्ट आते ही दोषी बख्शे नहीं जाएंगे। जनपद की सभी सीएचसी में 8 ट्रेनिंग फार्मासिस्ट भेजे गए हैं। कुछ पहले से वहां स्टाफ है। इसके अतिरिक्त अगर कोई वहां पर दवा वितरण या इलाज करता है तो ऐसे लोग बख्शे नहीं जाएंगे हम जांच करवा कर कठोर कार्रवाई करेंगे।