AMU के पूर्व छात्रों ने चलाया हस्ताक्षर अभियान, बोले- वीसी की हो CBI जांच, यूनिवर्सिटी में बढ़ गया है परिवारवाद और भ्रष्टाचार
punjabkesari.in Tuesday, Dec 20, 2022 - 11:14 AM (IST)

अलीगढ़ ( अर्जुन सिंह ): उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो. तारीक मंसूर के खिलाफ अब पूर्व छात्रों और शहरवासियों ने मोर्चा खोल दिया है। छात्रों द्वारा उन्हें बर्खास्त करने और उनके समय में हुई नियुक्तियों की जांच करने की मांग की जा रही है। इन्हीं मांगों को लेकर पूर्व छात्रों ने सोमवार को हस्ताक्षर अभियान चलाया है।
बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों ने वाइस चांसलर के विरोध में मोर्चा खोला है। पूर्व छात्रों का कहना है कि, एएमयू के वीसी प्रो. तारीक मंसूर के समय में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होंने नियमों के खिलाफ जाकर अपने बेटे, बहू, भांजी और परिवार के कई लोगों को यूनिवर्सिटी में नौकरी दी है। इसके साथ ही उन्होंने एएमयू की जमीनों को मनमाने तरीके से अपने रिश्तेदारों को बेच दिया। छात्रों का यह भी कहना है कि, वीसी ने एएमयू की जमीन अपने भांजे को बेंच दी, जिसके बाद उन्होंने इसमें अपना एक स्कूल खोला है। इसलिए इनके समय में हुई नियुक्तियों और सारे खरीद फरोख्त की सीबीआई से जांच होनी चाहिए।
एएमयू एक्ट में होना चाहिए संशोधन- डॉ निशित
एएमयू के पूर्व छात्र और भाजपा के पूर्व प्रवक्ता डॉ निशित ने कहा कि, एएमयू में हिंदुओं की अनदेखी की जा रही है। देश के बंटवारे की नींव रखने वाली ऑल इंडिया मुस्लिम कांफ्रेंस का यूनिवर्सिटी में प्रजेंटेशन किया जा रहा है, जिसे बंद किया जाना चाहिए। इसके साथ एएमयू एक्ट में संशोधन होना चाहिए, क्योंकि यहां लगातार हिंदुओं की अनदेखी की जाती है और भर्तियों में योग्य होने के बाद भी उन्हें नियुक्ति नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि इसी मांग के साथ उन्होंने हस्ताक्षर अभियान चलाया है, जिसे राष्ट्रपति को भेजा जाएगा।