AMU ने NIRF रैंकिंग 2020 पर जताई आपत्ति, कहा- शामिल किए गए गलत आंकड़े

punjabkesari.in Friday, Jun 12, 2020 - 01:58 PM (IST)

अलीगढ़ः केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी वर्ष 2020 की भारतीय विश्वविद्यालयों की नेशनल इंस्टीट्यूशनल फ्रेमवर्क रैंकिंग ने टॉप-10 विश्वविद्यालयों की सूची गुरुवार को जारी की। वहीं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने NIRF रैंकिंग 2020 पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है। विवि प्रशासन का कहना है कि रैंकिंग में गलत आंकड़ों का इस्तेमाल हुआ है। ऐसे में एचआरडी में शुक्रवार को अपना पक्ष रखकर विरोध जताएंगे।

इस बाबत AMU रैंकिंग कमेटी के चेयरमैन प्रोफेसर सालिम बेग ने रैंकिंग पर आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि इसमें सही आंकड़ों पर रैंकिंग जारी की जाती है तो विश्वविद्यालय में टॉप-10 में शामिल हो जाएगा। विवि की ओर से समय समय पर अपलोड किया गया डेटा विवि की वेबसाइट पर उपलब्ध है। पीएचडी छात्र जिन्होंने स्नातक किया, वह वर्षवार 2016-17 में 387, वर्ष 2017-18 में 312, वर्ष 2018-19 में 363 है। जबकि रैंकिंग में गलत आंकड़े ठीक नहीं हैं। जिसमें दिखाया गया कि वर्ष 2016-17 में 8, वर्ष 2017-18 में 10, वर्ष 2018-19 में 8 पीएचडी कराई गई हैं। इतना ही नहीं कुल 33 पीएचडी दिखायी गई हैं। जबकि वास्तविक डेटा 2911 है।

बता दें कि मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से हर वर्ष NIRF रैंकिंग जारी करता है। इस रैंकिंग में संस्थानों को टीचिंग लर्निंग एंड रिसोर्सेज, रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस, ग्रेजुएशन आउटकम, आउटरीच एंड इंक्ल्यूसिविटी, परसेंप्शन के आधार पर दी जाती है। जिसमें इस वर्ष भी देश का प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस व जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी पिछले साल की तरह पहले और दूसरे स्थान पर कायम हैं। इसके साथ ही बीएचयू भी तीसरे स्थान पर कायम है।

 


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Author

Moulshree Tripathi

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