सच्चाई साबित करने के लिए बोले आनंद गिरि- मैं नाकर टेस्ट कराने को भी तैयार हूं

punjabkesari.in Thursday, May 20, 2021 - 07:15 PM (IST)

प्रयागराजः पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी से निष्कासित किए जाने के बाद योग गुरू स्वामी आनंद गिरी और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी के बीच संपत्ति विवाद के झूठ-सच को लेकर बढ़े तकरार पर आनंद गिरी अपनी सच्चाई साबित करने के लिए नाकर टेस्ट कराने के लिए भी तैयार हैं।

योगगुरु स्वामी आनंद गिरि ने जारी एक वीडियो में कहा कि वह धर्म की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा वह आदिगुरु शंकराचार्य के दिखाए मार्ग पर चलते हुए सनातन धर्म के शत्रुओं के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। आदि गुरू ने नागाओं को नारा दिया था एक हाथ में शस्त्र और दूसरे हाथ में शास्त्र। जो सनातन का शत्रु है वही तुम्हारा शत्रु है। जो सनातन धर्म के विरूद्ध काम करता है, वही तुम्हारा शत्रु है और उसी से लड़ना है। उसे जीत कर सनातन धर्म की स्थापना करनी है।

योग गुरू ने कहा कि यह विवाद गुरू और शिष्य का नहीं है। अगर मैं झूठा हूं तो नाकर टेस्ट के लिए तैयार हूं। लेकिन अपेक्षा है कि उनके गुरू का भी नाकर टेस्ट कराया जाए। जो झूठा हो उसके खिलाफ कड़ी कारर्वाई की जानी चाहिए। यदि वह झूठे साबित होते हैं तो किसी भी प्रकार के दण्ड को भुगतने के लिए तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि प्रयागराज में भरद्वाज आश्रम, दुर्वासा ऋषि आश्रम, नागवासुकी मंदिर जैसे तमाम धार्मिक और पौराणिक स्थलों का अस्तित्व समाप्त हो रहा है। बड़े हनुमान मंदिर भी शहर की विरासत हैं, जिन्हें बचाने की जिम्मेदारी सबकी है। संगमनगरी के 10 प्रबुद्धजन जाजिम बिछाकर बैठें, मुझे और मेरे गुरु को बुलाकर तथ्यों और सबूतों के साथ सुनें। अगर मै झूठ बोल रहा हूं तो उनका और उनके गुरु का नाकर टेस्ट कराया जाय, जो दोषी मिले उसके खिलाफ कारर्वाई हो।    

योग गुरू ने परिषद अध्यक्ष पर अखाड़े की संपत्ति को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सम्पत्ति विवाद में ही निरंजनी अखाड़े से जुड़े महंत आशीष गिरी महराज और महंत दिगंबर गंगा पुरी महराज की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच कराए जाने की भी मांग की है। स्वामी आनंद गिरी ने अपनी हत्या होने की भी आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी आवाज को दबाया जा रहा है। 
 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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