Ayodhya News: सरयू के किनारे श्मशान घाट पर भरा पानी, निराश होकर शव लेकर इधर-उधर भटक रहे परिजन
punjabkesari.in Wednesday, Sep 18, 2024 - 08:11 PM (IST)
Ayodhya News, (संजीव आजाद): कहते हैं सरयू के किनारे शवदाह करने से मृतक की आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है। इसीलिए लोग मंदिरों में पूजा पाठ करने के पहले सरयू में डुबकी लगाते हैं तो मृत होने पर परिजन सरयू के किनारे ही अंतिम संस्कार करते हैं। मगर इन दिनों सरयू का जलस्तर बढ़ने और इसकी चपेट में अयोध्या के सबसे पुराने श्मशान घाट के आ जाने के कारण न सिर्फ लोग परेशान हैं बल्कि शव लेकर इधर-उधर भटक रहे हैं।
हालांकि विकल्प के रूप में अयोध्या नगर निगम द्वारा नवनिर्मित नया श्मशान स्थल भी है लेकिन फिर भी लोग सरयू की जलधारा के बगल ही अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करना चाहते है और सरयू स्नान और राख का विसर्जन करना चाहते हैं। मगर वहां पानी भरा होने के कारण उनकी यह इच्छा अधूरी रह जा रही है।
बता दें कि सरयू के किनारे बना कच्चा श्मशान घाट बेहद पुराना है और दूर-दूर से लोग यहां अंतिम संस्कार करने के लिए आते हैं। सरयू के किनारे होने के कारण जलधारा के बगल वह चिता सजाते हैं और अंतिम संस्कार करते हैं। यही नहीं मान्यता अनुसार जिनका शवदाह नहीं किया जा सकता ऐसे शव को इसी के बगल भूमि में गाड़ते भी है। अंतिम संस्कार के बाद उनकी राख को भी बगल बह रही सरयू में विसर्जित करते हैं और यहीं पर क्रिया पूर्ण होने पर डुबकी लगा वापस जाते हैं। लेकिन सरयू के बढ़े जल स्तर के कारण उनकी यह इच्छा अधूरी रह रही है। लोग शव लेकर निराश हो भटकते भी देखे जा सकते हैं।
हालांकि, बाढ़ के समय हर साल आने वाली यह समस्या के कारण अयोध्या नगर निगम ने हाल में ही सरयू के किनारे पक्के नए शमशान गृह का निर्माण किया है। जिसमे पक्के चबूतरे वाले कई शवदाह स्थल हैं और स्नान के लिए बीच में ही एक कम गहरा स्विमिंग पुल भी बनाया गया है लेकिन लोगों की सबसे बड़ी आस्था सरयू किनारे शवदाह करने को लेकर है। इसीलिए कच्चे शवदाह स्थल को बाढ़ से बचाने के लिए लोग सरकार और अयोध्या प्रशासन से एक बंधा बनाने की मांग कर रहे हैं जिससे लोगों को मान्यतानुसार अंतिम संस्कार का लाभ मिल सके।