देशभक्ति और आस्था का संगम: तिरंगे में सजे बाबा विश्वनाथ, काशी में ''हर-हर महादेव'' और ''जय हिंद'' की गूंज

punjabkesari.in Friday, Aug 15, 2025 - 10:28 AM (IST)

Varanasi News: देश आज 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और इस खास मौके पर काशी में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार में आज सुबह भक्ति और देशभक्ति का अनोखा संगम देखने को मिला। सुबह की मंगला आरती के समय बाबा विश्वनाथ का खास श्रृंगार किया गया। बाबा को तिरंगे के रंगों केसरिया, सफेद और हरा से सजाया गया था। यह दृश्य देखकर हर कोई भावविभोर हो गया।

तिरंगे के रंगों से सजा बाबा का दरबार, मंदिर परिसर में गूंजे जयघोष
मिली जानकारी के मुताबिक, मंदिर के गर्भगृह (मुख्य भाग) को भी तिरंगे के रंगों से सजाया गया था। केसरिया रंग के गेंदे के फूल, सफेद रजनीगंधा और हरे पत्तों से पूरा मंदिर सजाया गया। गर्भगृह के हर कोने को दुल्हन की तरह सजाया गया था। इसके अलावा, मंदिर के भीतर और बाहर कई जगहों पर राष्ट्रध्वज भी लगाए गए थे, जिससे माहौल पूरी तरह देशभक्ति में रंग गया। आरती के दौरान मंदिर प्रांगण शंख, घंटियों और मंत्रों की मधुर ध्वनि से गूंज उठा। वहां मौजूद हजारों भक्तों ने एक साथ 'हर-हर महादेव' और 'जय हिंद' के नारे लगाए। इस अनोखे माहौल ने सभी को उत्साह और श्रद्धा से भर दिया।

पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर विशेष श्रृंगार, देशभर से उमड़े श्रद्धालु
मंदिर के मुख्य पुजारी ने बताया कि यह पहली बार है जब स्वतंत्रता दिवस पर बाबा का ऐसा विशेष श्रृंगार किया गया है। उन्होंने कहा कि यह श्रृंगार भारत की एकता और अखंडता का प्रतीक है और यह बताता है कि आध्यात्म और राष्ट्रभक्ति एक-दूसरे के पूरक हैं।सुबह से ही बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। लोग इस ऐतिहासिक पल को अपनी आंखों में कैद करने के लिए दूर-दूर से आए थे। भक्तों ने कहा कि उन्होंने पहली बार देशभक्ति और शिवभक्ति का ऐसा दिव्य मिलन देखा है। इस खास आयोजन ने काशी को एक बार फिर यह साबित करने का मौका दिया कि यह नगरी सिर्फ अध्यात्म की राजधानी नहीं, बल्कि देशप्रेम की भी मिसाल है।


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Content Editor

Anil Kapoor

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