मोहम्‍मद गजनी और मोहम्मद गोरी ने हिंदुओं की आस्था पर किया प्रहार, अब वही कार्य कर रहे सपा प्रमुख Akhilesh Yadav: भूपेंद्र सिंह चौधरी

punjabkesari.in Monday, Jan 30, 2023 - 11:00 AM (IST)

लखनऊ: श्रीरामचरितमानस (Shriramcharitmanas) पर विवादित बयान देने के कुछ ही दिन के भीतर पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में राष्‍ट्रीय महासचिव बनाए जाने के बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर हमले तेज करते हुए उनकी तुलना मोहम्‍मद गजनी और मोहम्मद गोरी से की है। भाजपा मुख्यालय से जारी एक बयान में इसके प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी (Bhupendra Singh Chowdhary) ने रविवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) द्वारा स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनके इस फैसले से साबित हो गया है कि वे स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के हिन्दू आस्था और सनातन संस्कृति पर प्रहार करने वाले बयान के साथ हैं।

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'अखिलेश यादव के कार्य मोहम्‍मद गजनी और मोहम्मद गोरी की दिलाते हैं याद'
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सपा प्रमुख के कार्य मोहम्‍मद गजनी और मोहम्मद गोरी की याद दिलाते हैं। गजनी और गोरी ने बाहर से आकर सनातन संस्कृति और हिंदुओं की आस्था पर प्रहार किए, वही काम सपा प्रमुख यहां रह कर कर रहे है।'' महमूद गजनवी उर्फ गजनी और मोहम्मद गोरी विदेशी आक्रांता थे जिन्होंने भारत पर कई बार आक्रमण किए और मंदिरों में तोड़फोड़ एवं लूटपाट किया। चौधरी ने कहा, ‘‘सपा प्रमुख ने हिन्दुओं की आस्था व सनातन संस्कृति का अपमान और रामचरितमानस का अनादर करने के लिए राष्ट्रीय महामंत्री बनाकर स्वामी प्रसाद मौर्य को इनाम दिया है। सपा प्रमुख ने घृणित बयान देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य को महामंत्री बनाकर हिन्दू सम्मान, स्वाभिमान और आस्था को चोट पहुंचाने के अपने इरादे साफ कर दिए है।'

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स्वामी प्रसाद मौर्य ने 22 जनवरी को श्रीरामचरितमानस पर दिया था विवादित बयान
उल्लेखनीय है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने 22 जनवरी को एक बयान में श्रीरामचरितमानस की एक चौपाई का जिक्र करते हुए इसे महिलाओं तथा पिछड़ों के प्रति अपमानजनक करार दिया था और इस पर पाबंदी लगाने की मांग की थी। उनके इस बयान पर खासा विवाद उत्पन्न हो गया था। संत समाज और हिन्दूवादी संगठनों ने भी इसका कड़ा विरोध किया था। इस संबंध में मौर्य के खिलाफ मामला भी दर्ज हुआ है। श्रीरामचरितमानस को लेकर सपा के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान के बाद उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को अखिलेश यादव को चुनौती देते हुए कहा था कि वह स्पष्ट करें कि इस बयान का वे विरोध करते हैं या समर्थन और अगर विरोध करते हैं तो उन्हें स्‍वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए। उप मुख्‍यमंत्री की इस चुनौती के बाद सपा ने रविवार को अपनी 62 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की जिसमें स्‍वामी प्रसाद मौर्य को राष्‍ट्रीय महासचिव का दायित्व सौंपा गया। इसके बाद भाजपा का रुख और आक्रामक हो गया।


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Content Editor

Anil Kapoor

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