जल जीवन मिशन कार्य में बड़ा भ्रष्टाचार: सीतापुर की तरह बाराबंकी में न गिर जाए पानी की टंकी, टूट रही स्लैब खतरे में प्राथमिक और आंगनबाड़ी के बच्चे

punjabkesari.in Wednesday, Oct 23, 2024 - 06:01 PM (IST)

बाराबंकी: जनपद में जल जीवन मिशन के तहत बन रही पानी की टंकी के कार्यों में बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है। कार्य करवा रहे ठेकेदार अपनी जेब भरने के लिए बेहद घटिया क्वालिटी का मटेरियल पानी टंकी निर्माण में लगा रहे हैं। कई ग्राम सभा ऐसी है जहां पर ग्राम प्रधान की शिकायत के बाद भी संबंधित अधिकारी न ही इन कार्यों के गुणवत्ता को जांच रहे हैं और न ही ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई हो रही है। कार्रवाई न होने से ठेकेदारों के हौसले बुलंद हैं। जल जीवन मिशन के कार्य में ऐसा ही एक भ्रष्टाचार का मामला बीते दिनों पड़ोसी जनपद सीतापुर से आया था, जहां पर ट्रायल के दिन ही पानी की टंकी भर-भर कर गिर गई। वहां पर भी ग्राम प्रधान ने ठेकेदारों द्वारा कराए जा रहे मानक विहीन कार्य की शिकायत कई बार अधिकारियों से की थी, लेकिन अधिकारियों ने कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा, जिसके चलते वह बड़ा हादसा हो गया।

जिले में भ्रष्टाचार का यह पूरा मामला मसौली विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत बुधवारा का है। इस ग्राम सभा में करोड़ों की लागत से करवाए जा रहे जल जीवन मिशन के कार्य में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। यहां पर ठेकेदार शैलेंद्र कुमार मौर्य द्वारा तीन महीने पहले बनवाकर तैयार कराई गई पानी की टंकी अभी से टूटना शुरू हो गई है। पानी टंकी की छत जगह-जगह पर टूट रही है और वहां पर स्लैब में पड़ी सरिया दिखाना शुरू हो गई हैं । ग्राम प्रधान ने बताया कि इस भ्रष्ट ठेकेदार शैलेंद्र कुमार मौर्य के मानक विहीन कार्य को देखते हुए हमने कई बार संबंधित अधिकारियों से इसकी शिकायत की लेकिन किसी भी अधिकारी ने कोई भी कार्रवाई नहीं की। प्रधान ने बताया कि यह पानी की टंकी तीन महीने पहले बनकर तैयार हुई है। यदि तीन महीने पहले तैयार हुई पानी टंकी की स्लैब अभी से टूटना शुरू हो गई है तो यह कभी भी गिर सकती है। बता दें कि जहां पर यह पानी की टंकी बनाई गई है उसी से सटा हुआ प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र है, जिसमें प्रतिदिन सैकड़ो बच्चे पढ़ने आते हैं। यदि यहां पर कोई हादसा हुआ तो मासूम बच्चों सहित शिक्षकों की जान को खतरा है।

पाइपलाइन डालने में जमकर भ्रष्टाचार 
पानी टंकी के निर्माण के साथ ठेकेदार शैलेंद्र कुमार मौर्य ने पाइपलाइन डालने में भी जमकर भ्रष्टाचार किया है। कहीं पर पानी पहुंच रहा है, तो कहीं पर अभी भी पानी की सप्लाई नहीं पहुंच रही है। ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार शैलेंद्र कुमार मौर्य ने रास्ता खुदवा कर दो फीट नीचे ही पाइपलाइन डलवा दी है। पाइपलाइन डालने के बाद रास्ते की मरम्मत ठेकेदार ने नहीं करवाई। ग्रामीणों ने बताया कि जब इंटरलॉकिंग सही करने के लिए हमने ठेकेदार शैलेंद्र कुमार मौर्य से कहा तो उन्होंने बताया कि सिर्फ पाइपलाइन डालने का हमारा ठेका है, यह इंटरलॉकिंग कौन सही करेगा यह आप लोग जानो।

ग्रामीणों ने भी खोली ठेकदार की पोल
 ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार ने जब इंटरलॉकिंग नहीं सही कराई तो हम लोगों ने मिलकर इंटरलॉकिंग लगाकर रास्ते को सही किया। क्योंकि बुजुर्ग और बच्चे आए दिन इस खुद ही पड़ी रास्ते से गिरकर चोटिल हो रहे थे। वहीं ग्राम प्रधान ने बताया कि एक समाजसेवी ने भी पानी टंकी के निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर आईजीआरएस सहित कई शिकायत की हुई हैं, जिस पर जल निगम के कुछ अधिकारी यहां पर जांच करने पहुंचे थे, लेकिन अधिकारियों ने पानी टंकी की टूट रही स्लैब को नही देखा और चले गए।


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Content Editor

Imran

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