झूठ और नफरत की राजनीति कर रही भाजपा सरकार: अखिलेश
punjabkesari.in Monday, Jan 25, 2021 - 07:41 PM (IST)
फरूर्खाबाद: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार को गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर आन्दोलनरत किसानों की मांगे मान लेना चाहिए। उन्होंने कहा सरकार को तीनों कृषि कानून वापस ले लेना चाहिए और ऐसा कानून लाना चाहिये जिससे किसानों को फसल की दुगनी कीमत मिल सके। शहर में मसेनी चौराहा स्थित एक गेस्ट हाउस में कन्नौज-फरूर्खाबाद सपा कार्यकर्ताओं के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करने के बाद यादव ने फतेहगढ़ के निरीक्षण भवन में कहा कि भाजपा नारे,स्लोग्न,प्रचार,झूठ और नफरत की राजनीति कर रही है जो देश के हर नागरिक के लिये चुनौती के समान है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जब से सत्ता में आयी झूठ, नफरत और डर की राजनीति बढ़ गई। फलस्वरूप सपा ने प्रदेश के 23 जिलों की विधानसभाओं में किसान शिविरों के आयोजन शुरू किये ताकि कार्यकर्ता जागरूक हो सकें। उन्होंने दावा किया कि संविधान को बचाना और स्वस्थ्य राजनीति करना सपा की सबसे बड़ी नीति और बड़ी पार्टी होने के नाते है। सपा के आयोजित प्रशिक्षण शिविरों में सपाईयों का उत्साह और मनोबल कम न होने का दावा करते हुये यादव ने कहा कि हमारे सपा के कार्यकर्ता हर प्रकार की चुनौतियों से निपटने के लिये एकजुट हैं।
फरूर्खाबाद में छपाई उद्योग के पीड़ित परिवारों का सवाल उठाते हुये पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी चुनाव में सपा के सत्ता में आने पर यहां के छपाई उद्योग से जुड़े परिवारों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी यदि सरकार को ट्रीटमेंट प्लाण्ट लगाने की जरूरत पड़ेगी तो भी छपाई उद्योग को विकसित करने के लिये लगाया जायेगा। भाजपा सरकार के तमाम नारों को खोखला बताते हुये पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है ऐसे में भाजपा सरकार प्रदेश से हटे और सपा सरकार बने। तभी विकास के रास्ते खुल सकेंगे।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष यादव ने बताया कि छोटे दलों में महान दल, लोकदल आदि छोटे दलों के साथ गठबंधन हो सकता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बनेगी तो आजम खां पर लगे झूठे मुकदमो को वापस लिया जायेगा। उन्होने तर्क करते हुये बताया कि मुख्यमंत्री योगी और उपमुख्यमंत्री दोनों पर दर्ज मुकदमों को वापस ले लिये गए, ऐसे मुख्यमंत्री से जनता क्या उम्मीद रखे। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारूकी, पूर्व सांसद चंद्र भूषण सिंह उर्फ मुन्नू बाबू, पूर्व विधायक अजीत कठेरिया, दर्जा प्राप्त पूर्व मंत्री सतीश दीक्षित आदि मौजूद रहे।