35 साल की महिला की हड्डियों और पीठ तक फैला कैंसर, Back Pain को मामूली समझकर कर रही थी इग्नोर; पूरी कहानी उड़ा देगी होश, मिलेगा बड़ा सबक!
punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 06:08 PM (IST)
Viral News : हमारी व्यस्त जिंदगी में, रोजमर्रा के दर्द और तकलीफों को हम नजरअंदाज कर देते हैं। खासकर पीठ दर्द, एक ऐसी चीज है जिसका अनुभव ज़्यादातर लोग करते हैं, लेकिन उसे हल्के में लेकर नजरअंदाज कर देते हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक 35 साल की महिला की कहानी वायरल हो रही है, जिसने पीठ में मसल स्ट्रेन होने पर उसे नजरअंदाज कर दिया। वह इस खिंचाव को मामूली समझने की भूल कर बैठी और आगे चलकर वह ब्रैस्ट कैंसर का कारण बन गया।
महिला की कहानी कर देगी हैरान
महिला को अचानक पीठ में दर्द हुआ। लेकिन यह मानकर कि ये बस बढ़ती उम्र या बहुत ज़्यादा काम करने का नतीजा है, महिला ने इसे नजरअंदाज कर दिया। लेकिन दर्द कम नहीं हुआ बल्कि धीरे-धीरे बढ़ता चला गया। महिला दर्द के चलते रात में जागने लगी। उसे चलने-फिरने में दिक्कत होने लगी। अंततः जांच कराने पर पता चला कि उसे ब्रैस्ट कैंसर था, जो पहले सिर्फ मसल-पेन के रूप में छुपा हुआ था और फिर हड्डियों-पीठ तक फैल गया था। रीसर्च के मुताबिक, जब ब्रैस्ट कैंसर हड्डियों (विशेषकर रीढ़, पसलियों) में फैलता है, तो पीठ-दर्द एक बड़ा लक्षण हो सकता है।
महिला की जिंदगी से हमें क्या सीख मिली ?
रोज़ थोड़ा-बहुत दर्द होने पर हमें चेक-अप करा लेना चाहिए। यदि दर्द काफी समय तक बना हुआ हो (2-3 हफ्ते या उससे ज्यादा) और रात में बदतर हो रहा हो, या फिर किसी हादसे-दूर्घटना के बिना अचानक तेज दर्द शुरू हो जाए तो ऐसे मामलों में डॉक्टर से सलाह लेना और उचित टेस्ट कराना महत्वपूर्ण है। ऐसा इसलिए जरूरी है ताकि समय रहते समस्या पकड़ी जा सके।
क्या पीठ दर्द है कैंसर का संकेत
हर पीठ-दर्द का मतलब कैंसर नहीं होता, लेकिन शोध बताते हैं कि यदि ब्रैस्ट कैंसर हड्डियों तक पहुंच जाता है तो पीठ-दर्द, रीढ़-वर्टेब्रा फ्रैक्चर, रात में बढ़ने वाला दर्द आदि लक्षण हो सकते हैं। यदि आपका ब्रैस्ट कैंसर का पारिवारिक इतिहास है, तो थोड़ी-बहुत ‘हर्ड फीलिंग’ को नजरअंदाज न करें। नियमित रूप से स्व-जांच (self-breast exam) करें और यदि कुछ असामान्य दिखे (गांठ, ठेस, निप्पल में बदलाव) तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। पीठ-दर्द को सिर्फ स्लिप डिस्क समझकर न टालें।

